गोकर्ण एक ऐसी जगह है जहां आप परिवार और दोस्तों दोनों के साथ खूब एन्जॉय कर सकते हैं. तीर्थयात्रियों के लिए कई पौराणिक मंदिर, सुंदर समुद्र तट और पर्यटन प्रेमियों के लिए बाजार हैं. गोकर्ण का अर्थ है गाय का कान. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव का जन्म गाय के कान से हुआ था. यह स्थान दो नदियों गंगावली और अघनाशिनी के संगम पर स्थित है. गोकर्ण बैंगलोर से लगभग 8-9 घंटे की दूरी पर है.
1. गोकर्ण बीच
एक तरफ पत्थरों और दूसरी तरफ अरेबियन-सी से सजा यह बीच बेहद खूबसूरत है जहां गोवा जैसी भीड़ नहीं है. मतलब आप यहां आकर मस्ती के साथ आराम से फोटोग्राफी का मजा ले सकते हैं. शांति से सैर करना और समुद्र की लहरों के बीच खुद को खोना एक अविस्मरणीय अनुभव हो सकता है.
2. महाबलेश्वर मंदिर
कर्नाटक के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक, इस मंदिर का हिंदू पौराणिक कथाओं में एक अलग स्थान है. किंवदंती है कि मंदिर में मौजूद प्रसिद्ध शिवलिंग की एक झलक ही आगंतुक पर भगवान शंकर की कृपा प्रदान कर सकती है. मंदिर पूरी तरह से सफेद ग्रेनाइट पत्थरों से द्रविड़ स्थापत्य शैली में बनाया गया है.
3. महाबलेश्वर मंदिर
कर्नाटक के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक, इस मंदिर का हिंदू पौराणिक कथाओं में एक अलग स्थान है. किंवदंती है कि मंदिर में मौजूद प्रसिद्ध शिवलिंग की एक झलक ही आगंतुक पर भगवान शंकर की कृपा प्रदान कर सकती है. मंदिर पूरी तरह से सफेद ग्रेनाइट पत्थरों से द्रविड़ स्थापत्य शैली में बनाया गया है.
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