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भारतीय क्रिकेट खेल जगत में कई खिलाड़ी है जिनकी अपनी-अपनी जर्नी रही है। वह एक घर से निकल कर इतने बड़े क्रिकेटर कैसे बने हर किसी की अपनी-अपनी कहानी है। वहीं, इंडियन क्रिकेटर तिलक वर्मा के खेल जगत में उनकी कहानी भी काफी दिलचस्प है। तिलक के यहां तक पहुंचने के सफर में उनके बचपन के कोच सलाम बिश ने बहुत अहम भूमिका निभाई है। सलाम ने तिलक को टेनिस बॉल खेलते हुए देखकर उनसे पूछा कि वह किस क्लब से खेलते हैं। इस पर तिलक ने कहा कि वह केवल रविवार को ही यहां खेलने आते हैं उस समय तिलक की उम्र केवल 11 वर्ष थी।
तिलक की प्रतिभा
तिलक के परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण उनके पिता उन्हें क्रिकेट सीखने के लिए नहीं भेज सके। कोच सलाम ने यह देखते ही तिलक की प्रतिभा को पहचान लिया था कि वह एक दिन बड़े खिलाड़ी बनेंगे। सलाम ने तिलक के पिता को उनकी क्रिकेट कोचिंग शुरू करने के लिए मनाया। तिलक को सलाम सुबह 6 बजे अपनी मोटरसाइकिल पर बरकस से लगभग 40 किमी दूर लिंगमपल्ली लाते थे और शाम 7 बजे छोड़ देते थे। बाद में तिलक के पिता ने अपना घर अकादमी के पास ही ले लिया था।
टीम का हिस्सा
तिलक जल्द ही हैदराबाद अंडर-16 और 19 टीमों का हिस्सा बन गए। इसके बाद साल 2020 में खेले गए अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्हें टीम इंडिया के लिए चुना गया। तिलक ने 2020-21 विजय हजारे ट्रॉफी में 2 शतक लगाकर सबका ध्यान खींचा। साल 2022 में हुई आईपीएल नीलामी में मुंबई इंडियंस ने तिलक को अपनी टीम का हिस्सा बनाने के लिए 1 करोड़ 70 लाख रुपये खर्च किए थे। तिलक ने अपने पहले आईपीएल सीज़न में 397 रन और दूसरे सीज़न में 343 रन बनाए। इस साल की बात करें तो तिलक वर्मा ने t20 फॉर्मेट पर तीसरा शतक जड़ दिया है। खिलाड़ी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में हैदराबाद के लिए जबरदस्त पारी खेली थी।
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