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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता की राह में सरकार की योजनाओं को रेखांकित करने का काम किया है। संसद के बजट सत्र की शुरुआत करते हुए उन्होंने ऐसा किया है। किसानों की आय बढ़ाने पर राष्ट्रपति ने जोर दिया है। लेकिन विपक्ष को उनकी बात रास नहीं आई। कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के अभिभाषण पर टिप्पणी करे हुए कहा कि राष्ट्रपति अंत तक बहुत थकी हुई नजर आ रही थी। सोनी गांधी ने अपनी बात में कहा,'वह बहुत ही ज्यादा थकी हुई लग रही थी। अंत में मुश्किल से बोल पा रही थी। बेचारी महिला।
वहीं, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण अत्यधिक उबाऊ था और इसमें कुछ भी नया नहीं था। कांग्रेस के नेताओं द्वारा राजनीतिक हलकों में इस चीज को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा था कि सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है। किसानं की आय बढ़ाने पर खास ध्यान दिया जा रहा है। वहीं, शुक्रवार के दिन राष्ट्रपति ने कहा था कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास का एक नया वातावरण बना है और इस केंद्रशासित प्रदेश में लोकसभा चुनाव एंव विधानसभा चुनाव अत्यंत शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुए।
लोगों के मन से दूरियां करें खत्म
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार ने पूर्वोत्तर के लोगों के दिल से दूरियां का भाव खत्म किया। मुर्म ने कहा,'विकासित भारत की एक महत्वपूर्ण कसौटी, देश का संतुलित विकास है। किसी क्षेत्र में ये भावना नहीं होनी चाहिए कि वो विकास में पीछे छूट रहे हैं।"
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