आर्थिक अपराध इकाई ने साइबर ठगी के एक नए तरीके का पर्दाफाश किया है. इसमें साइबर ठग अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को अज्ञात नंबर से एप डाउनलोड कर कैशबैक की धमकी दे रहा था.
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आर्थिक अपराध इकाई ने साइबर ठगी के एक नए तरीके का पर्दाफाश किया है. इसमें साइबर ठग अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को अज्ञात नंबर से एप डाउनलोड कर कैशबैक की धमकी दे रहा था. इस मामले में ईओयू ने बेतिया के चनपटिया थाना अंतर्गत चौबेटोला से 28 वर्षीय साइबर अपराधी पिंटू कुमार को गिरफ्तार किया है. उसके पास से 14 मोबाइल सेट, 19 मोबाइल सिम, एक पासबुक, दो डेबिट कार्ड और पांच चेक बुक बरामद हुए हैं.
वेबसाइट का एप डाउनलोड
ईओयू के मुताबिक, पिंटू कुमार अपने मोबाइल में ऐप क्लोनर प्रो ऐप का इस्तेमाल कर ऐमजॉन, फ्लिपकार्ट, मोबिक्विक, स्नैपडील जैसी ई-कॉमर्स वेबसाइट के क्लोन ऐप बनाता और डाउनलोड करता था. इसके बाद वह ऑटो बाय ओटीपी वेबसाइट का इस्तेमाल कर कोई भी अनजान मोबाइल नंबर डालकर ओटीपी हासिल कर लेता था. उसे ओटीपी के बदले 12 रुपये वेबसाइट को देने पड़ते थे. यानी वह दूसरे के मोबाइल नंबर से अपने मोबाइल सेट पर ई-कॉमर्स वेबसाइट का एप डाउनलोड कर इस्तेमाल करता था. इसके बाद वह किसी अनजान नंबर से ई-कॉमर्स वेबसाइट से सामान मंगवाता था या पेमेंट कर पहले ऑर्डर पर मिलने वाला कैशबैक हासिल कर लेता था. क्लोनिंग और ओटीपी के जरिए वह एक साथ कई लोगों के नंबर का इस्तेमाल कर इसका फायदा उठा रहा था. ईओयू ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
फर्जी फोटो का इस्तेमाल
आरोपी को डीजीपी एसके सिंघल के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी व्हाट्सएप बनाने और आम जनता के मोबाइल नंबर से ओटीपी प्राप्त करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. आर्थिक अपराध इकाई ने शुक्रवार को बेतिया जिले के चनपटिया निवासी पिंटू कुमार को गिरफ्तार कर विशेष अदालत में पेश किया. विशेष अदालत ने आरोपी को 30 नवंबर तक जेल भेज दिया. आर्थिक अपराध शाखा ने 26 सितंबर को मामला दर्ज किया था.
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