पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हुई. इससे कई मकान और खेत क्षतिग्रस्त हो गए.
यास तूफान (Yaas Cyclone) का असर पश्चिम बंगाल( West Bengal) और ओडिशा (Odisha) के अवावा उत्तर प्रदेश और बिहार में भी देखने को मिल रहा है. भारी तबाही मचाने के बाद यास तूफान का कहन इन राज्यों में जारी है. मौसम विभाग (IMD) ने बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) और झारखंड के लिए अलर्ट जारी किया है. IMD ने पूर्वांचल के लिए ऑरेंज तो बिहार और झारखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में भारी बारिश के आसार जताए गए हैं. मौसम विभाग ने कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी में भी बारिश संभावना जताई है. साथ ही छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना भी बारिश हो सकती है. उधर राजस्थान में तेज हवाएं चलने के आसार हैं.
पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हुई. इससे कई मकान और खेत क्षतिग्रस्त हो गए. अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा में 3 तथा पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हुई है. इस तूफानी चक्रवात से बचने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार की सुरक्षा टीमें लगातार प्रयास कर रही है.
झारखंड में ज्यादा असर दिख रहा है
यास तूफान का असर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बाद सबसे ज्यादा झारखंड में देखने को मिल रहा है. राजधानी रांची में अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में चक्रवात के आने की आशंका को देखते हुए पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है. राज्य के निचले इलाकों में 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.
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बिहार में भी परेशानी है
यास तूफान का असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है. बिहार की राजधानी पटना समेत कई जिलों में बारिश का अनुमान जारी किया था. विभाग के वैज्ञानिकों ने 26 से 30 मई तक इस तूफान के कारण मौसम में बदलाव की संभावना जताई थी. तूफान के कारण भारी बारिश, तेज हवा, वज्रपात, पेड़ों का टूटना, जलजमाव और बिजली सप्लाई बाधित रहने की आशंका जताई गई थी.
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ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिलों में 128 गांवों में पानी भर गया. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन गांवों के लिए सात दिनों तक राहत पहुंचाने की घोषणा की है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने बताया कि बालासोर जिले के बहनागा और रेमुना ब्लॉक और भद्रक जिले के धामरा और बासुदेवपुर के कई गांवों में समुद्र का पानी घुस गया.