पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर होगा असर
टाउते तूफान (Tauktae Cyclone) के बाद अब चक्रवाती तूफान 'यास' भयंकर तबाही मचाने आ रहा है. यह भारत के पूर्वी तट पर आज आएगा. मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान 'यास' (Yaas Cyclone) में बदलने की संभावना जताई है.
पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर होगा असर
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात यास 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि चक्रवाती तूफान यास भी टाउते की तरह ही बड़ा खतरा बन चुका है. इस दौराना दोनों राज्यों में हवा 155 से 165 किमी प्रति घंटे से 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है. केंद्र सरकार और राज्य सरकारी आपदा प्रबंधन की टीमों को मौका स्थल पर भेज दिया गया है. साथ ही साथ आमजन को भी इस चक्रवात के बारे में अगाह कर दिया गया है.
कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और स्थिति का जायजा लिया, चक्रवाती तूफान यास के भी टाउते तूफान की तरह ही भारी तबाही मचाने की आशंका जताई गई है. जो पिछले साल पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान अम्फान की तरह ही विनाशकारी था.
चक्रवाती तूफान यास के खतरे को देखते हुए दोनों राज्यों में, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी एनडीआरएफ, सेना और तटरक्षक बल को सेवा में लगाया गया है. एनडीआरएफ की 85 टीमों में से 32 को बंगाल में और 28 को ओडिशा में तैनात किया गया है. कुछ टीमें आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तैनात की गई हैं. बंगाल सरकार ने राज्य सचिवालय 'नबन्ना' में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसे मंगलवार और बुधवार को ममता बनर्जी खुद संचालित करेंगी.