पितृ पक्ष में पितरों को क्यों चढ़ाते हैं काले तिल, कैसे मिलता है लाभ

पितृपक्ष के दिनों में हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और 15 दिनों तक हमारे साथ रहते हैं। इस दौरान लोगों को अपने पितरों को तर्पण देना चाहिए और उन्हें खुश रखना चाहिए।

प्रतीकात्मक तस्वीर
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पितृपक्ष के दिनों में हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और 15 दिनों तक हमारे साथ रहते हैं। इस दौरान लोगों को अपने पितरों को तर्पण देना चाहिए और उन्हें खुश रखना चाहिए। आपको पितरों के पसंद की चीज को भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा उन्हें काले तिल जरूर चढ़ाना चाहिए। पितृ पक्ष के दौरान काले तिल का विशेष महत्व होता है इससे पितर खुश हो जाते हैं। जब आप पितर को काले तिल चढ़ाते हैं तो आशीर्वाद पूरे परिवार को मिलता है। 

पितरों को चढ़ाएं काले तिल 

श्रद्धा के 15 दिनों तक आपके पूर्वजों को उनका पसंदीदा भोग जरूर लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपके पूर्वजों को खुशी मिलती है और आपको उनका आशीर्वाद मिलता है। पितृ पक्ष के दौरान काले तिल का विशेष महत्व होता है। पितृ पक्ष के दौरान आप अपने पितरों को काले तिल पानी में डालकर तर्पण कर सकते हैं। इस तरह से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और उनकी कृपा आप पर बनी रहती है। 

कैसे चढ़ाएं काले तिल 

पितृपक्ष के दौरान आप हवन करते समय काले तिल की आहुति दे सकते हैं। ऐसा भी कर सकते हैं कि काले तिल से बनी हुई कोई मीठी चीज पितरों को चढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से आपके घर में सुख-समृद्धि आती है और पितर खुश हो जाते हैं। 

काले तिल का महत्व

तिल काले हो या फिर सफेद यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन पूजा-पाठ में ज्यादातर काले तिल का इस्तेमाल किया जाता है। काले तिल सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं इनमें एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। काले तिल को खाने से कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और हार्ट की परेशानी भी नहीं होती है।

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