7 अगस्त को हरियाली तीज का व्रत रखा जाएगा, सावन माह के शुक्ल पक्ष महीने में पड़ने वाली हरियाली तीज पर पूजा विधि का खास महत्व होता है।
7 अगस्त को हरियाली तीज का व्रत रखा जाएगा, सावन माह के शुक्ल पक्ष महीने में पड़ने वाली हरियाली तीज पर पूजा विधि का खास महत्व होता है। यह हरियाली तीज निर्जला और देवशयनी एकादशी के पहले पड़ती है। बता दे कि, इस हरियाली तीज को करने से सुख, सौभाग्य, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है इसलिए यह महत्वपूर्ण माना जाता है। एक तरह से यह पूजा भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है, लेकिन इस दिन तुलसी से जुड़े उपाय भी आपके लिए लाभकारी है।
हरियाली तीज का लाभ जरूरी
इस दिन तुलसी पूजन का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव को तुलसी अति प्रिय होती है। जब तक हरियाली तीज के दिन तुलसी पूजन नहीं होता भगवान शिव का पूजन सफल नहीं माना जाता है। अगर आप भी हरियाली तीज का व्रत रखने वाली है, तो इसका लाभ पाने के लिए उचित उपाय से तुलसी पूजन करें।हरियाली तीज के दिन पंचामृत बनाकर शिव जी को जलाभिषेक दिया जाता है।
तुलसी मंत्र का जाप
जब आप हरियाली तीज के दिन शिव पूजन करते हैं, तो इससे करियर में आने वाली बढ़ाएं दूर हो जाती है। इसके अलावा आप हरियाली तीज के दिन पूजा करते हैं, तो आपको तुलसी माता को श्रृंगार का सामान चढ़ाना चाहिए और दीपक जलाना चाहिए। हरियाली तीज के दिन तुलसी जी की 11 से 21 बार परिक्रमा करनी चाहिए और तुलसी चालीसा का पाठ जरूर करें। हरियाली तीज व्रत के दौरान तुलसी मंत्र के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है, इसलिए तुलसी माता के मंत्र का जाप जरुर करें।