हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। यह आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ता है। इस व्रत को पापाकुंशा एकादशी व्रत कहा जाता है।
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। यह आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ता है। इस व्रत को पापाकुंशा एकादशी व्रत कहा जाता है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है इस दिन विधिपूर्वक पूजा और व्रत रखने से नारायण की कृपा बनी रहती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस एकादशी व्रत के दिन सभी पापों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख समृद्धि धन-धान्य की कमी नहीं होती। इस साल अक्टूबर के महीने में यह एकादशी कब पड़ने वाली है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है इसके बारे में जान लीजिए।
पापाकुंशा एकादशी तिथि और मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, देखा जाए तो आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 13 अक्टूबर से हो रही है। समय सुबह 9:08 से शुभ मुहूर्त शुरू हो रहा है। वहीं, 14 अक्टूबर को सुबह 6:41 पर व्रत की समाप्ति हो रही है।
क्या है पारण का समय
पापाकुंशा एकादशी में पारण का समय शुभ मुहूर्त के अनुसार ही है। एकादशी का पारण द्वादशी तिथि में किया जाता है। पारण का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:16 से दोपहर 3:54 के बीच का है। जो भी उपासक व्रत रख रहे हैं व्रत तोड़ने से पहले वह हरि वासर समाप्त होने की प्रतीक्षा करें।
इन मंत्रों का करें जाप
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि । तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
ॐ नमोः नारायणाय नमः।
ॐ विष्णवे नम:
ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः