रामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का बिना नाम लिए हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था तब चाहता तो वर्तमान मुख्यमंत्री पर कार्रवाई कर सकता था...
समाजवादी पार्टी के चीफ और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रामपुर में हो रहे उपचुनाव का प्रचार करने पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने रामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का बिना नाम लिए हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था तब चाहता तो वर्तमान मुख्यमंत्री पर कार्रवाई कर सकता था. लेकिन हम समाजवादी लोग हैं हम नफरत की राजनीति नहीं करते.
योगी आदित्य की फाइल पर बोले अखिलेश
अखिलेश यादव ने किसी का नाम लिए बिना ही कहा कि समय से ज्यादा बलवान कोई नहीं होता. आज जो लोग अत्याचार कर रहे हैं, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि जब मैं सीएम था तब इस वक्त के मुख्यमंत्री की फाइल मेरे पास आई थी, पर हम दूसरों को परेशान करने वाली राजनीति नहीं करते. वह फाइल मैंने लौटा दी थी. अगर यकीन नहीं हो तो, अधिकारियों से पूछ लो.
उन्होंने आगे कहा कि हमें इतना बेदिल बनने के लिए मजबूर न करो कि जब भविष्य में हमारी सरकार बने तो आपके खिलाफ भी कार्रवाई करें, जो आप आज कर रहे हैं. बता दें कि अखिलेश यादव साल 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
अखिलेश ने लगाया आरोप
मालूम हो कि अखिलेश यादव ने यूपी की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां को 'झूठे' मुकदमों में फंसाकर सरकार परेशान कर रही है. अखिलेश ने जनता से अपील करते हुए कहा कि वे आने वाले 5 दिसंबर को उपचुनाव में आजम खान पर हो रहे अन्याय के खिलाफ वोट दें. अखिलेश यादव ने इसी कड़ी में कहा कि यह चुनाव सिर्फ रामपुर का चुनाव नहीं है, यह भविष्य में समाजवादी पार्टी की सरकार लाने का चुनाव है. आजम खान पर हुए जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने वाला चुनाव है. मैनपुरी उपचुनाव में व्यस्त सपा अध्यक्ष पहली बार उपचुनाव में किसी अन्य समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगने आए थे.