हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, विष्णु ने अपने भक्तों के प्रति प्रेम के कारण वेंकटेश्वर के रूप में अवतार लिया,
और इस कलियुग युग में मानवता के उद्धार और उत्थान के लिए प्रकट हुए।
इसे इस युग में विष्णु का सर्वोच्च रूप माना जाता है।
वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर को कलियुग वैकुंठम भी कहा जाता है।