एक झोपड़ी में रहकर गुजारा करने वालीं चंदना की कहानी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है. जिसने चंदना बाउरी ने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार संतोष कुमार मंडल को 4,000 मतों से हराया.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए चुके है जिसमें बीजेपी को 77 सीटों पर जीत मिली है, जिनमें से कई सीटों की जमकर चर्चा हो रही है. नंदीग्राम के संग्राम में ममता को मात देने वाले शुभेंदु अधिकारी बीजेपी दल में हीरो बनकर उभरे हैं. इसके अलावा एक आम महिला चंदना बाउरी के विधानसभा चुनाव में पहुंचने पर उनकी जमकर चर्चा की जा रही है. एक दिहाड़ी मजदूर की पत्नी 30 वर्षीय चंदना बाउरी के विधानसभा पहुंचने की कहानी से हर कोई हैरान है. चंदना बाउरी ने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार संतोष कुमार मंडल को 4,000 मतों से हराया. एक झोपड़ी में रहकर गुजारा करने वालीं चंदना की कहानी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है.
चंदना बाउरी की जीत को कोई लोकतंत्र की पहचान बता रहा है तो कोई इसे बीजेपी की आम लोगों तक पहुंच के तौर पर परिभाषित कर रहा है. चंदना बाउरी की ओर से चुनाव के लिए सौंपे गए एफिडेविट के मुताबिक उनके पास कुल 31,985 रुपये की संपत्ति है, जबकि उनके पति के पास 30,311 रुपये की दौलत है. इसके अलावा उनके पास तीन गाय और तीन बकरियां हैं. तीन बच्चों की मां चंदना बाउरी के पति घर बनाने वाले एक मजदूर के तौर पर काम करते हैं. बीजेपी का टिकट मिलने के बाद से ही चंदना बाउरी सुर्खियों में आ गई थीं, लेकिन अब जीत ने उनकी चर्चाएं और बढ़ा दी हैं.
बता दें कि चंदना और उनके पति के पास किसी भी तरह की कृषि भूमि नहीं है. वह दिहाड़ी मजदूर हैं और मजदूरी से ही अपना घर चलाते हैं. चंदना मजदूरी के दौरान अपने पति का भी हाथ बटाती हैं. चंदना ने 12वीं तक पढ़ाई की है जबकि उनके पति सिर्फ आठवीं पास हैं. पति पत्नी दोनों की मनरेगा कार्ड भी है. पिछले साल उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 60 हजार की पहली किश्त भी मिली थी. जिससे उन्होंने अपना घर पक्का किया था.
बीजेपी की ओर से टिकट का ऐलान किए जाने के बाद चंदना बाउरी ने कहा था, ''टिकट की घोषणा से पहले मुझे इस बात का भरोसा ही नहीं था कि मुझे राज्य में विधानसभा के लिए टिकट मिल सकता है. मुझे बहुत से लोगों ने ऑनलाइन ही टिकट के लिए आवेदन करने को प्रेरित किया था. मैनें आवेदन किया था, लेकिन मुझे इस बात का कतई यकीन नहीं था कि बीजेपी की ओर से टिकट मिल जाएगा.' अब चंदना बाउरी की जोरदार जीत के ट्विटर पर भी चर्चा हो रही हैं. टीएमसी की ओर से स्वप्न बरुई इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं. इस बार उनका टिकट काट टीएमसी ने संतोष कुमार मंडल को मौका दिया था.