जनता भगवान से प्रार्थना कर रही है कि कूनो नेशनल पार्क में कोई चीता न मरे. इसी कड़ी में कराहल के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में लोग तेंदुए की सुरक्षा के लिए हवन-पूजन और महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर रहे हैं.
जनता भगवान से प्रार्थना कर रही है कि कूनो नेशनल पार्क में कोई चीता न मरे. इसी कड़ी में कराहल के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में लोग तेंदुए की सुरक्षा के लिए हवन-पूजन और महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर रहे हैं. युवा दुआ कर रहे हैं कि यहां कोई तेंदुआ न मरे और जो बीमार हैं वे ठीक हो जाएं. युवा चीतों को लेकर चिंतित हैं क्योंकि लंबे समय बाद चीतों को भारत की धरती पर बसाया गया है.
कूनो नेशनल पार्क
कराहल दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षेत्र की जनता को अपनी जिम्मेदारी सौंपी थी. अब उनकी लगातार हो रही मौतों से न केवल कूनो का नाम बदनाम हो रहा है, बल्कि जो क्षेत्र का कायाकल्प होने जा रहा था, उस पर भी ब्रेक लगने की संभावना है. बता दें, पिछले 2 महीने के अंदर कूनो नेशनल पार्क में तीन शावकों समेत 6 चीतों की मौत हो चुकी है. एक शावक अभी बीमार है.
शावक की मौत
बता दें, ज्वाला चीता ने मार्च महीने में 4 शावकों को जन्म दिया था. तब वन विभाग के अधिकारियों ने सभी शावकों के पूरी तरह स्वस्थ होने की बात कही थी. लेकिन, 23 मई को शावक की मौत हो गई तो अधिकारियों ने प्रेस नोट जारी कर सफाई दी. अधिकारियों ने बताया कि मरने वाला शावक जन्म से ही काफी कमजोर था. उन्होंने कहा कि ऐसे शावक बहुत कम ही जीवित रह पाते हैं.