मध्य प्रदेश के बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री मन की बात जान लेने का दावा करते हैं. इसी महीने वह नागपुर में 'श्रीराम कथा' करने गए थे. लेकिन यहां उन्हें अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने खुला चैलेंज दिया कि धीरेंद्र शास्त्री उन
बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती देने वाले श्याम मानव को धमकी भरे फोन आ रहे हैं. इसके बाद नागपुर पुलिस ने उस जगह की सुरक्षा बढ़ा दी हैं. जहां वे ठहरे हुए हैं. बता दें कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री को उनके सामने अपने चमत्कारों को दिखाने की चुनौती दी थी.
श्याम मानव ने किया था चैलेंज
मध्य प्रदेश के बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री मन की बात जान लेने का दावा करते हैं. इसी महीने वह नागपुर में 'श्रीराम कथा' करने गए थे. लेकिन यहां उन्हें अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने खुला चैलेंज दिया कि धीरेंद्र शास्त्री उनके सामने अपनी सिद्धियां करके दिखाएं. कहा गया कि ऐसा कर देंगे तो शास्त्री को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे.
कार्यक्रम जल्दी खत्म कर भाग जाने का किया गया था दावा
मामला तब दिलचस्प हो गया जब इसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी कथा दो दिन पहले ही समाप्त कर दी और चले आए. इसे लेकर दावा किया गया कि धीरेद्र शास्त्री ने डरकर कथा जल्दी समाप्त कर दी. कहा गया कि धीरेंद्र शास्त्री डर गए. उधर धीरेंद्र शास्त्री की तरफ से बताया गया कि कार्यक्रम में कटौती पहले से ही तय थी.
समर्थन में आए कपिल मिश्रा
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में आए हैं और उन्होंने दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने का एलान किया है. उनका कहना है कि श्री बागेश्वर बालाजी शिष्य मंडल दिल्ली श्री बागेश्वर धाम सरकार महाराज जी के समर्थन में देश की राजधानी दिल्ली में विशाल शांतिपूर्ण धरना करेगा. ये धरना रविवार 22 जनवरी यानि आज सुबह 11 बजे से जंतर मंतर पर होगा.
क्या कहा पप्पू यादव ने?
वहीं बिहार के नेता पप्पू यादव ने कहा कि अगर उनमें हिम्मत और औकात है तो बिहार आकर बताएं और मैं जो कहता हूं वह करके दिखाएं. चमत्कार से देश की गरीबी को मिटा सकते हैं. ये लोग मार्केटिंग करते हैं और एक ही काम के लिए 200 से अधिक लोगों को लगाए रहते हैं. भीड़ में वह अपने लोगों को बैठाकर रखते हैं. पहले से सब कुछ सेट रहता है और उन्हीं लोगों को बुलाते हैं. इसके बाद उन लोगों का ही वे जीवनी बताते हैं.