उदयपुर से जयपुर जा रही वंदे भारत ट्रेन को क्रैश करने की साजिश नाकाम हो गई है. इस ट्रेन को राजस्थान के भीलवाड़ा के पास हादसे का शिकार बनाने की साजिश रची गई थी.
उदयपुर से जयपुर जा रही वंदे भारत ट्रेन को क्रैश करने की साजिश नाकाम हो गई है. इस ट्रेन को राजस्थान के भीलवाड़ा के पास हादसे का शिकार बनाने की साजिश रची गई थी. चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा ट्रैक पर वंदे भारत ट्रेन के गुजरने से पहले ट्रैक पर पत्थर और लोहे के किले रख दिए गए. ट्रेन के लोको पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि पायलट ने ट्रेन को पहले ही रोक दिया था.
This could have been disastrous !!
— Saurabh • A Railfan ???????? (@trains_of_india) October 2, 2023
Well Planned Derailment of Udaipur - Jaipur Vande Bharat Express near Bhilwara.
When hate towards a particular political party changes into hate towards nation this is the result, God bless people with such mentality#VandeBharatExpress pic.twitter.com/NzkOCtJNNu
शिकार बनाने की साजिश
इसे लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रैक पर ढेर सारे पत्थर और लोहा रखा हुआ है. एक जगह पटरियों के बीच दो सरिये फंसे हुए हैं और बीच में पत्थरों का ढेर भी दिख रहा है. मामला गंगरार और सोनियाणा स्टेशन के बीच का बताया जा रहा है. ट्रेन करीब 10 मिनट तक मौके पर खड़ी रही. मालूम हो कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उदयपुर से जयपुर जाने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी.
रेलवे सुरक्षा बल
मालूम हो कि हाल ही में उदयपुर से जयपुर के लिए शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन के एक डिब्बे के शीशे में दरार आने का मामला भी सामने आया था. रेलवे सुरक्षा बल भीलवाड़ा के प्रभारी महावीर प्रसाद ने बताया था कि जब ट्रेन चंदेरिया-गंगरार के पास से गुजर रही थी तो ट्रेन कर्मचारी ने खाली डिब्बे के शीशे में दरार देखी तो पुलिस और रेलवे अधिकारियों को सूचना दी.
उन्होंने बताया था कि ट्रेन के जिस डिब्बे के शीशे टूटे थे वह खाली था और उसमें कोई यात्री नहीं था. प्रसाद ने कहा कि ट्रेन के डिब्बे के शीशे में दरार के कारणों की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि दरार ट्रैक से फेंके गए पत्थर से आई या किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा पत्थर फेंकने से, इसकी जांच की जा रही है मालूम हो कि 24 सितंबर को पीएम मोदी ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी.