कोरोना संकट (Covid19 Crisis) के बीच उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट आज खोल दिए गए. वहीं महामारी के प्रकोप के कारण किसी भी तीर्थयात्री और स्थानीय भक्तों को केदारनाथ जाने की इजाजत नहीं है.
कोरोना संकट (Covid19 Crisis) के बीच उत्तराखंड( Uttrakhand) स्थित केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट आज खोल दिए गए. बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओम्कारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना होने के बाद रविवार को बाबा केदार की डोली केदारनाथ पहुंची.
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा, 'विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट आज सोमवार सुबह 5 बजे खोल दिए गए. मेष लग्न के शुभ संयोग पर मंदिर का उद्घाटन हुआ. द्वितीय बाबा से भी को स्वस्थ रखने के लिए प्रार्थना करता हूं.
तीरथ सिंह रावत ने आगे लिखा है कि "केदारनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) आदरणीय श्री भीमाशंकर लिंगम जी के नेतृत्व में मंदिर में सीमित संख्या में तीर्थयात्रियों के बीच बाबा केदार को नियमित रूप से नमन करेंगे. मेरा अनुरोध है कि इस दौरान समय महामारी के समय, भक्तों को घर के अंदर रहना चाहिए और अनुष्ठान और धार्मिक परंपराओं का पालन करना चाहिए.''
महामारी के प्रकोप के कारण किसी भी तीर्थयात्री और स्थानीय भक्तों को केदारनाथ जाने की इजाजत नहीं है. कपाट खुलने पर देवस्थानम बोर्ड की सीमित टीम ही पूजा पाठ करेगी. बता दें कि इस बार मई के महीने में केदारनाथ में भारी बर्फबारी हो रही है. दो-तीन दिन पहले भारी बर्फबारी हुई थी.
इससे पहले उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री के कपाट को शनिवार को खोल दिया गया. कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन और पाबंदियां लगी हुई हैं. इस वजह से सिर्फ पुजारियों ने मां गंगा की डोली निकाली. यह लगातार दूसरा वर्ष है जब श्रद्धालुओं की मौजूदगी के बिना यात्रा निकाली गई.