यूपी सरकार ने अपना पेपरलेस बजट पेश किया है। यहां जानिए अपने भाषण में क्या-क्या जनता के लिए ऐलान कर रहे थे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना।
यूपी सरकार अगले साल जो विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उससे पहले अपना बजट पेश कर रही थी। ये सीएम योगी सरकार के इस कार्यकाल का आखिरी पूरा बजट था। जोकि पेपरलेस था। आइए जानते हैं योगी सरकार के पिटारे में जनता के लिए क्या-क्या है इस बार यहां डालिए एक बार नजर।
12: 21 PM- वित्त मंत्री ने इस बात की घोषणा की है जेवर एयरपोर्ट के पास एक इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाई जागीष। इसके अलावा प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर आईटी पार्क भी बनाए जाएंगे।
11: 53 AM- अयोध्या एयरपोर्ट के लिए 101 और अयोध्या के विकास के लिए 140 करोड़ का प्रस्ताव। इसके अलावा कानपुर मेट्रो रेल परियोजना की अनुमोदित लागत 11,076 करोड़ रूपये है।
11: 42 AM- मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना लाई जा रही है, जिससे श्रमिको मदद पहुंचाई जाएगी। महिला श्रमिकों को बराबरी की दिहाड़ी के लिए सलाहकार कमेटी बनाई गई है। 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे, जहां पर श्रमितों के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा कोरोना वैक्सीन के लिए 50 करोड़ का बजट।
11:35 AM- सामूहिक विवाह का योजना होगा। इसके अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों पर जो कुपोषित बच्चों अतिरिक्त पोषण दिया जाएगा। युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त में कोचिंग दी जा रही है। इसके लिए टैबलेट भी दिए जाएंगे। जो भी बेरोजगार युवा हैं उनकी काउंसलिंग तक की जा रही है। मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनेगी और गांवों में बनाए जाएंगे ओपन जिम।
11: 26 AM- किसानों के लिए जो ऐलान हुए हैं वो कुछ इस तरह से है-
- प्रदेश के अंदर ज्यादा उत्पादक वाली फसलों को चिन्हित किया जाएगा।
- इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर कृषक उत्पादन संगठन की भी स्थापना की जाएगी। इसको लेकर 100 करोड़ रुपये दिए जाने वाले हैं।
- मुफ्ता पानी की सुविधा देने के लिए 700 करोड़ रुपये दिया जाएगा।
- रियायती दाम पर लोन देने का ऐलान किया गया है।
11: 17 AM- वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने बजट के भाषण में इस बात का ऐलान किया है कि महिला सामर्थ्य योजना को अब प्रदेश में लागू होगा। इसके अलावा यूपी में अब बच्चों को फ्री में कोचिंग दी जा रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारा फोकस आत्मनिर्भर यूपी पर केंद्रित है।
11:05 AM- यूपी सरकार का होगा ये पहला पेपरलेस बजट। सुरेश खन्ना ने बजट भाषण में कहा कि 40 लाख मजदूरों को हमने कोरोना काल में अलग-अलग प्रदेशों से वापस लाने का काम किया।