मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती के राज्य में शराबबंदी को लेकर लगातार बवाल हो रहा है. जहां वह बार-बार अयोध्या आंदोलन को याद कर रही हैं, वहीं कह रही हैं कि ओरछा में जो कुछ भी होगा वह पूरे मध्य प्रदेश के लिए मिसाल बनेगा. दरअसल, बीजेपी की फायर ब्रांड लीडर मानी जाने वाली उमा भारती ने कुछ दिन पहले बुंदेलखंड के 'अयोध्या' ओरछा में एक शराब की दुकान पर गोबर फेंका था. इस घटना के बाद शराब की दुकान बंद कर दी गई लेकिन भाई दूज के दिन यह दुकान फिर से खुल गई.
इस दुकान को खुला देख उमा भारती भड़क उठीं. इससे पहले 27 अक्टूबर को एक ट्वीट में उन्होंने कहा था, 'मुझे अयोध्या की बहुत याद आती है, दो लोकसभा सीटों से अयोध्या ने हमें केंद्र में दो बार बहुमत से सरकार बनाने की क्षमता दी है. जब ढांचा ढहा तो यह एक अवैध कृत्य माना गया, हम सभी को अपराधी माना गया और अंत में, हमारे अपराध पर, आज एक भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'ओरछा की यह देशी-विदेशी शराब की दुकान मुझे प्रेरित करती है कि यहां जो होता है वह पूरे मध्य प्रदेश के लिए एक उदाहरण होगा, देखते हैं क्या होता है.
उमा भारती ने की घोषणा
आपको बता दें कि उमा भारती ने हाल ही में घोषणा की है कि वह 7 नवंबर से घर छोड़ देंगी. वह 7 नवंबर से 14 जनवरी तक बिल्डिंग में नहीं रहेंगी. उन्होंने घोषणा की थी कि 7 नवंबर से लक्ष्य हासिल होने तक, नई शराब नीति नहीं दिखी तो घर में नहीं रहूंगी, जंगलों में रहूंगी, खुले में रहूंगी, तंबू में रहूंगी, धार्मिक स्थलों पर रहूंगी. मैं नदी के किनारे या पेड़ के नीचे या किसी अनुपयुक्त या निषिद्ध स्थान पर शराब की दुकान या परिसर के सामने तंबू लगाकर एक छोटी चौपाल लगाऊंगी.