राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की बेरहमी से हत्या कर दी गई. दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या इसलिए की क्योंकि उनके बेटे ने सोशल मीडिया पर निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. हत्या के बाद आरोपी ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर दिया. घटना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
क्या था मामला
राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले शख्स की गला रेत कर हत्या कर दी गई है. बताया जा रहा है कि इस शख्स ने 10 दिन पहले फेसबुक पर नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट लिखी थी. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें दो आदमी तलवारों से अपना अत्याचार स्वीकार करते नजर आ रहे हैं. उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल ने 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट किया था. उस दिन से ही उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं.
आपकों बता दें कि, इस घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से भी बात की है, हमारी भी आपस में बातचीत हुई है, वे भी सीएमओ के संपर्क में हैं, हम चाहते हैं कि सभी एक साथ आएं. कोई तनाव न हो, इस मामले में शामिल दोषियों को सजा दिलाई जाएगी. इसके लिए पूरी पुलिस मुस्तैद है. गिरफ्तार करने के लिए और किसी भी मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
उदयपुर की घटना के बाद पूरे राजस्थान में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. अगले 24 घंटे के लिए नेटबंदी के आदेश जारी किए गए हैं. इसके अलावा राज्य के सभी जिलों में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. मुख्य सचिव उषा शर्मा ने देर शाम बैठक कर सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों और जिला कलेक्टरों को राज्य भर में विशेष निगरानी और सतर्कता बरतने का निर्देश दिया. उधर, एनआईए की एक टीम मामले की जांच के लिए उदयपुर रवाना हो गई है.
असदुद्दीन ओवैसी की टिप्पणी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं राजस्थान के उदयपुर में हुई भीषण हत्या की निंदा करता हूं. इसका कोई औचित्य नहीं हो सकता. इस तरह की हिंसा का विरोध करने के लिए हमारी पार्टी का लगातार स्टैंड है. कोई कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता. हम मांग करते हैं कि राज्य सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करे. कानून का राज कायम रहना चाहिए.