कोविड के कारण सभी ऐड्वेन्चर और चढ़ाई की गतिविधियों को रोक दिया गया था लेकिन अब यह मार्च के बाद पहली बार फिर से खुल गया है।
ऐड्वेन्चर प्रेमी एक बार फिर से हिमालयों पर जल्द ही चढाई कर पाएंगे क्योंकि नेपाल ने अपने पर्वतों को चढ़ाई करने के लिए फिर से उन्हें खोल दिया है। इसका मतलब यह है कि माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने प्रार्थी आने वाले दिनों में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने कोशिश कर सकते हैं। कोविड के कारण सभी ऐड्वेन्चर और चढ़ाई की गतिविधियों को रोक दिया गया था लेकिन अब यह मार्च के बाद पहली बार फिर से खुल गया है।
नेपाल पर्वतों पर चढ़ाई को फिर से शुरू करने का प्रयास कर रहा है लेकिन अभी भी वहां पर कुछ प्रतिबंध लगे हुए हैं। इसके साथ ही केवल उन्ही पर्यटकों को जो ऊंचे पहाड़ों पर ट्रेक करने की उत्साह के साथ आते हैं सिर्फ उन्हें अनुमति दी जाएगी। पर्यटकों के पास पहले से ही वीज़ा होने के साथ-साथ एक निगेटिव कोविड19 रिपोर्ट जो 72 घंटों के भीतर ली गई हो जरुर होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त पर्यटकों को सात दिन के लिए क्वारंटाइन रहने के लिए होटल बुकिंग के लिए भी तैयार होगै। यदि आप शिखरों को मापने के लिए नेपाल की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपको 5000 डॉलर का बीमा करने की भी आवश्यकता है।
नेपाल के पर्वत, माउंट एवरेस्ट सहित शरद ऋतु के मौसम में चढ़ाई के लिए खुले हैं, जिसका मतलब सितंबर से नवंबर तक है। वहीं नेपाल की सरकार ने अगस्त में माउंट एवरेस्ट और अन्य पहाड़ों पर जाने की मंजूरी दे दी थी।
आप ध्यान में रखें कि हिमालयी देश सभी पर्यटकों के लिए नहीं खुला है बल्कि यह केवल पूर्व परमिट वाले पर्वतराही और ट्रेकर्स के लिए ही खोले गए है।
पर्वतराही, ट्रेकर्स, हेल्पर्स, गाइड्स, पोर्टर्स, कुक या उनके साथ आने वाले किसी भी व्यक्ति का कोविड-19 टेस्ट करवाना अनिवार्य है। इसके अलावा उन्हें यह साबित करने की जरूरत है कि वे पिछले दो हफ्तों में संक्रमण वाले क्षेत्र में नहीं गए हो । एक सफल ऐड्वेन्चर के लिए इन नियमों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।