आज शनिवार है शनि देव का दिन. जिस पर शनि की शुभ दृष्टि होती है. जो रंक को राजा बना सकती है. वही अगर किसी पर शनि महाराज की बुरी दृष्टि होती है तो राजा को रंक बना देती है. शनि की शांति के लिए शनि महाराज की पूजा करनी आवश्यक होती है. लोगों पर शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती का प्रभाव कम करने के लिए शनि के विभिन्न मंत्रो का जाप करना भी फलदायक माना गया है.
सूर्यदेव पुत्र है शनि
सूर्यदेव के पुत्र हैं शनिदेव. शनिदेव को नौ ग्रहों का राजा कहा जाता है. शनिदेव ही हैं जो व्यक्ति को उनके कर्मों का फल देते है. शनिवार को शनिदेव पर तेल चढ़ाना बेहद शुभ होता है. आज शनिदेव का दिन है और इस दिन स्नान के बाद काले वस्त्र धारण करें. शनिदेव की मूर्ति के सामने जाकर मंत्र का जाप करें. मंत्र का जाप घर या मंदिर में कहीं भी किया जा सकता है.
16 अप्रैल शनि देव का दिन
पीपल के पेड़ पर हर शनिवार की शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाएं. आप शमी के पेड़ के नीचे भी दीपक जलाएं. इससे शनि दशा का प्रभाव कम हो जाता है. शनि देव जिन लोगों के जीवन में मुश्किल पैदा कर रहे हैं या फिर साढ़ेसाती और ढैय्या से परेशान हैं उनके लिए 16 अप्रैल शनिवार का दिन अतिविशेष है. शनिवार के दिन अगर आपको कोई सफाई कर्मी झाडू़ लगाते हुए दिखाई दे जाए, तो समझ लें की आप को बहुत जल्द कुछ खुश खबरी मिलने वाली है.