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बिहार से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है दरअसल सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र में रहने वाले मनमोहन की है, वे अपने गांव में सांपों को बचाने और सांपों के द्वारा से डंस जाने वाले पीड़ितों के इलाज के लिए मशहूर थे. पिछले एक दशक में मनमोहन उर्फ भुआर ने कई जहरीले सांपों को पकड़कर लोगों से छुड़ाया, लेकिन रविवार को रक्षा बंधन के मौके पर उन्हें अपनी बहन से सांपों को राखी बांधने का सुझाव मिला.
नागिन ने डसा
मनमोहन के द्वारा सांप को राखी बांधना उनका काल बन गया. जिसके बाद उन्हें रक्षाबंधन के दिन अपनी जान गंवानी पड़ी. वायरल हो रही वीडियो और फोटोस में साफ देखा जा सकता है कि मनमोहन पूंछ के किनारे से दो जहरीले सांपों को पकड़कर राखी बांध रहे हैं. हालाँकि, उनकी बहन ने साँपों से दूरी बनाए रखना अच्छा समझा और मनमोहन ने साँपों को टीका लगाया और उनकी आरती की. इसी बीच मनमोहन का ध्यान भटकते ही एक सांप उनके पैरों के करीब आ गया. और उन्हें डंस लिया.
समय पर नहीं मिला इलाज
सांप के काटने के कुछ देर बाद ही उनकी हालत बिगड़ने लगी उसकी हालत में सुधार न होते देख उसके परिजन मनमोहन को जल्दी से एकमा स्वास्थ्य केंद्र ले गए लेकिन एंटी वेनम इंजेक्शन न मिलने के वजह से मनमोहन को छपरा सदर अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां तक जाते-जाते मनमोहन की और भी हालत खराब हो गई और समय पर इलाज न होने के कारण डॉक्टर ने मनमोहन को मृत घोषित कर देते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आसपास के इलाके में मनमोहन को सांपों का सच्चा दोस्त कहा जाता था. जब किसी के घर से सांप पाया जाता था तो लोग मनमोहन को बुलाने के लिए दौड़ पड़ते थे.
युवक की मौत से सदमे में लोग
इस हादसे से मनमोहन के परिजन ही नहीं बल्कि गांव के लोग भी सदमे में हैं. गांव के लोगों का दावा है कि उनके द्वारा बोले गए कुछ मंत्रों से सांप का जहर बेअसर हो जाता था. इस बीच मनमोहन को सांप के द्वारा काटने पर उनकी मौत की खबर ने सभी को हैरान कर दिया है, इस खबर को लोग गले नहीं लगा रहे हैं. मनमोहन सांप को पकड़कर जंगल में छोड़ देते थे, लेकिन रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए उन्होंने दो जहरीले सांपों को पकड़ लिया. जिसके बाद राखी बांधते वक्त एक सांप ने उन्हें डस लिया.
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