जब हमारे टैलेंट को नजरअंदाज किया जाता है तो ये हमारे निराशा और हताशा का खास कारण बन सकता है. ऐसा कई बार देखा गया है जब क्रिकेट बोर्ड द्वारा की धुरंधर खिलाड़ियों के प्रतिभा को इग्नोर किया गया है
जब हमारे टैलेंट को नजरअंदाज किया जाता है तो ये हमारे निराशा और हताशा का खास कारण बन सकता है. ऐसा कई बार देखा गया है जब क्रिकेट बोर्ड द्वारा की धुरंधर खिलाड़ियों के प्रतिभा को इग्नोर किया गया है, जिसके चलते प्येयर्स की भी भड़ास बाहर आ चुकी है। कभी-कभी क्रिकेटरों द्वारा उठाई गई आवाज ने उनके पूरे करियर को ही चौपट कर डाला. बिना किसी वजह के भी उनका करियर खत्म हो गया. आज हम जानेंगे उन तीन क्रिकेटरों के बारे में जिनकी बोर्ड के साथ लड़ाई और बहस उनका करियर बर्बाद कर दिया.
गौतम गंभीर
पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन क्रिकेटर्स में माने जाते हैं. उन्होंने भारत के लिए कई बड़े टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन दिया और देश को मैच भी जितवाये. लेकिन कप्तान एमएस धोनी से पंगा लेना उन्हें भारी पड़ गया और उनका करियर देखते ही देखते समाप्त हो गया. कैप्टन के खिलाफ उनके गुस्सैल रवैये के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.
अंबाती रायडू
इस लिस्ट में दूसरा नाम अंबाती रायडू का शामिल होता है, जिन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव का सामना किया था. बोर्ड से पंगा लेना उन्हें इतना महंगा पड़ गया कि फिर उन्हें भारत के लिए कभी खेलते हुए नहीं देखा गया ये मामला ICC विश्व कप 2019 के दौरान की है, जब उन्हें स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में नॉमिनेट किया गया था, लेकिन बोर्ड ने टीम में उनका नाम शामिल नहीं कर उनकी जगह ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल का नाम चयनित किया गया.