200 साल पुराना है माता रानी का ये मंदिर, लाखों की संख्या में भक्त करते हैं दर्शन

दिल्ली एक ऐसी जगह है जहां पर तरह-तरह मंदिर के दर्शन आपको करने के लिए मिल जाएंगे। दिल्ली के अंदर नवरात्रि का त्योहार तो काफी धूमधाम के साथ वैसे भी माना जाता है।

झंडेवाला मंदिर
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दिल्ली एक ऐसी जगह है जहां पर तरह-तरह मंदिर के दर्शन आपको करने के लिए मिल जाएंगे। दिल्ली के अंदर नवरात्रि का त्योहार तो काफी धूमधाम के साथ वैसे भी माना जाता है। नवरात्रि के खास मौके पर हम आपको करोल बाग के पास मौजूद झंडेवाला मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। इससे जुड़ी जानकारी पाकर आपका दिल भी खुश हो जाएगा। झंडेवाला मंदिर झंडेवाली देवी को समर्पित एक सिद्धपीठ है। इस मंदिर को दिल्ली के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में गिना जाता है। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं। वहीं, नवरात्रों पर पूरे मंदिर को किसी दुल्हन की तरह सजाकर तैयार किया जाता है।

झंडेवाला देवी मंदिर का इतिहास कम से कम 200 साल पूराना है। जिस वक्त इस मंदिर की स्थापना हुई उस वक्त अरावली की हरी भरी पहाड़ियां और घने जंगल हुआ करते थे। मंदिर में माता की मूर्ति अष्टकोणीय आकार में ही वहां पर विराजमान है। यहां एक गुफा भी है, जहां मां के मूल प्रतिमा के दर्शन होते हैं। कई जगहों पर इसे स्थान गुफा वाली माता के तौर पर भी जाना जाता है। खुदाई के वक्त गुफा वाली माता की मूर्ति खंड़ित हो गई थी, जिसके बाद उनके हाथों के स्थान पर चांदी के हाथ लगवाए गए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि माता की मूर्ति की पूजा पूरे विधि विधान से आज भी की जा रही है।

मंदिर में दर्शन करने का सही समय

अगर आप भी इस नवरात्रि माता रानी के दर्शन करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको मंदिर खुलने का टाइमिंग पता होना चाहिए। नवरात्रि में मंदिर सुबह 4 बजे खुल जाता है। दर्शन के लिए भक्तों की लाइन लग जाती है। 12 बजे मंदिर बंद हो जाता है। शाम 6:15 से लेकर 7 बजे तक फिर बंद रहता है। 


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