अफगानिस्तान में तालिबान के बजे के बाद से महिलाओं की स्थिति को लेकर पूरी दुनिया चिंता जता रही है
अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा कब्जे के बाद से महिलाओं की स्थिति को लेकर पूरी दुनिया चिंता जता रही है, सोच रही है कि अफगानी महिलाएं पढाई करेंगी. इस बीच अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से आई अफगान महिलाओं की नई तस्वीरों ने इस्लामिक अमीरात में महिलाओं के अधिकार और सम्मान की पोल खोलकर रख दी है, सिर से पांव तक बुर्के में ढंकी हुई ये महिलाएं दरअसल तालिबान की समर्थक बताई जा रही हैं. कोई इनके हाथ को न देख सके इसलिए काले रंग के दस्ताने तक पहना दिए गए हैं. इतना ही नहीं, बाकी मुस्लिम देशों में बुर्का पहनी महिलाओं की आंखें तो खुली रहती हैं, लेकिन इन महिलाओं को इससे भी महरूम रखा गया है. बाकी आप तस्वीर में देख लीजिये स्थिति समझ आ जाएगी.
आपको बता दें अफगानिस्तान में बानी नई तालिबानी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री कहा है कि महिलाएं पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ साथ विश्व विद्यालयों में भी पढ़ाई कर सकती हैं बस उन महिलाओं को कुछ शर्तों का पालन करना होगा। अफगानिस्तान में कक्षाएँ लैंगिक आधार पर विभाजित होंगी और लड़कियों को इस्लामिक पोशाक पहनना अनिवार्य होगा. मंत्री अब्दुल बनी हक्कानी ने कहा है कि महिलाओं का हिजाब पहनना ही होगा अगर वो घर से बहार कहीं भी जाती हैं. यहाँ तक कि नई बनी तालिबानी सरकार में एक भी महिला सदस्य शामिल नहीं है.
शनिवार को काबुल विश्वविद्यालय के लेक्चर रूम में करीब 300 अफगान महिलाएं इकट्ठा हुईं थी. सिर से पांव तक पूरी तरह से ढंकी ये महिलाएं हाथों में तालिबान का झंडा लिए हुए थीं. इस दौरान कुछ महिलाओं ने मंच से संबोधित कर तालिबान के प्रति वफादारी की कसमें भी खाईं. इन महिलाओं ने यह भी वादा किया कि वे तालिबान के लैंगिक अलगाव की नीति का प्रतिबद्धता से पालन भी करेंगी.