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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 19 जून को पत्र लिखकर कहा था कि अब देश में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, इसलिए लागू की गई सख्त पाबंदियों में कुछ ढील दी जानी चाहिए. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उस पत्र का संज्ञान लिया और देश भर में छूट के आदेश दिए गए. धीरे-धीरे राज्यों ने भी जनजीवन सामान्य करने में ढिलाई शुरू कर दी, लेकिन लोग नहीं सुधरे.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को राज्यों और अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए कड़ा पत्र लिखा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पत्र में स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर बाजारों में या अन्य पर्यटन स्थलों पर अधिक भीड़ होती है, तो सब कुछ फिर से बंद कर दिया जाएगा। इसलिए राज्य को अपने स्तर पर इन चीजों में सुधार करना चाहिए.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों को भेजे अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि अगर बाजारों या पर्यटन स्थलों पर अधिक भीड़ होती है तो इसकी सीधी जिम्मेदारी वहां के स्थानीय प्रशासन की होगी. इसके लिए राज्य सरकार को पूरी तैयारी करनी होगी और इन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा सख्ती बरतनी होगी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक अगर लापरवाही इसी तरह जारी रही तो पर्यटन स्थलों से लेकर बाजारों और इन राज्यों के अन्य स्थानों तक राज्य सरकारों को फिर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जिला स्तर पर अधिकारियों को भी ऐसा ही करने का निर्देश दिया जाए. कि बाजारों और पर्यटन स्थलों पर भीड़ न हो और जो लोग आ रहे हैं वे प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं या नहीं.
बाजार, प्रतिष्ठान, बार, पब और रेस्तरां जिम्मेदार होंगे
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए राज्यों से उन बाजारों और दुकानों पर जुर्माना लगाने को कहा जहां बेकाबू भीड़ नजर आती है और कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। होटल, बार और रेस्टोरेंट पर और सख्ती बरती जाए.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि जब तक जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती, हम कोरोना की तीसरी लहर को नहीं रोक पाएंगे. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि देश में अभी भी कोरोना की दूसरी लहर है. लोगों को पता होना चाहिए कि यह खत्म नहीं हुआ है.
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