अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को अभी 6 महीने भी नहीं बीते हैं लेकिन पहली बारिश के दौरान ही मंदिर की छत टपकने लगी है।
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को अभी 6 महीने भी नहीं बीते हैं लेकिन पहली बारिश के दौरान ही मंदिर की छत टपकने लगी है। राम मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया है की पहली बारिश के दौरान मंदिर की छत टपक रही है। गर्भवती में जहां रामलला विराजमान किए गए हैं वहां जलभराव हो गया है। पुजारी ने आगे बताया कि, किसी तरह का इंतजाम नहीं किया गया है एक-दो दिन के लिए दर्शन और पूजा बंद करना पड़ेगा।
बनी हुई है करंट लगने की चिंता
शनिवार देर तक बारिश होने की वजह से गर्भगृह के सामने वाले मंडप में चार इंच तक पानी भर गया है। इतना ही नहीं लोगों को करंट लगने तक का डर सता रहा है इस वजह से टोर्च की रोशनी में आरती करनी पड़ती है। पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया है कि, मंदिर में पानी भर गया है ऐसे में ध्यान देना चाहिए कि क्या कमी रह गई है।
पुजारी को हो रही है मुश्किलें
पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा है कि, राम मंदिर में बारिश के पानी के निकासी की व्यवस्था नहीं है निर्माण कार्य में लापरवाही की गई है। रात को हुई बारिश में जब पुजारी पूजा करने गए तो मंदिर में पानी भरा हुआ था कड़ी मशक्कत के बाद पानी को मंदिर से बाहर निकाला गया।
कांग्रेस के घेरे में आई भाजपा
अयोध्या के राम मंदिर में भारी बरसात की वजह से जलभराव के कारण अब सियासत भी गर्म होती नजर आ रही है। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बयान देते हुए कहा है कि, "शहीदों का ताबूत हो या फिर भगवान राम का मंदिर, भाजपा के लिए यह सभी भ्रष्टाचार के मौके बन गए हैं। देश में आस्था एवं पवित्रता के प्रतीक भी उनके लिए लूट के अवसर मात्र हैं। पुजारी सत्येंद्र दास के बयान से यह स्पष्ट है कि अयोध्या मेरा मंदिर के घर बकरी में बारिश के पानी का रिसाव हो रहा है इसका कारण यह है की यहां की व्यवस्था ठीक नहीं है।"