अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से भारतीय वायु सेना ने काबुल से अपने सैनिकों को निकालना जारी रखा है.
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से भारतीय वायु सेना ने काबुल से अपने सैनिकों को निकालना जारी रखा है. इसके साथ ही अफगानिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों को निकालने का भी काम किया जा रहा है. रविवार को ही वायुसेना का एक सी-17 विमान काबुल से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा. विमान में 168 लोग सवार थे, जिनमें से 107 भारतीय नागरिक हैं. बचाए गए लोगों में अफगानिस्तान के एक सिख सांसद और कुछ अन्य नेता शामिल हैं.
अफगानिस्तान से सुरक्षित भारत पहुंचने के बाद कैमरे के सामने आते ही अफ़ग़ान सिख सांसद नरेंद्र सिंह खालसा भावुक हो गए, जब उनसे पूछा गया कि एक सांसद के रूप में अपना देश छोड़ना कितना दर्दनाक है, तो उन्होंने कहा, मैं इस पर रोता हूं. अपने आंसू पोछते हुए उन्होंने कहा, "जिस अफगानिस्तान में हम पीढ़ियों से रह रहे हैं. हम एक ऐसी स्थिति देख रहे हैं जो हमने पहले कभी नहीं देखी. सब कुछ खत्म हो गया. 20 साल से बनी सरकार खत्म हो गई. सब कुछ शून्य है.
इसी के साथ नरेंद्र सिंह खालसा ने प्रधानमंत्री और भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने अनुरोध किया कि भारतीय वायु सेना अफगानिस्तान में फंसे बाकी सिखों को भी छुड़ाए, उन्होंने बताया कि इस समय एक गुरुद्वारे में करीब 280 सिख फंसे हुए हैं, जो मदद का इंतजार कर रहे हैं.