बच्चे कितनी भी बड़ी गलती क्यों ना कर दे मगर मां तो मां होती है,उसे माफ कर ही देती है. लेकिन किसी 6 साल की छोटी बच्ची से ऐसा क्या गलती हो सकती है जिससे माँ इतनी ज्यादा क्रूड हो जाए कि उसे 3 साल तक एक ही कमरे में छोड़ दिया
बच्चे कितनी भी बड़ी गलती क्यों ना कर दे मगर मां तो मां होती है,उसे माफ कर ही देती है. लेकिन किसी 6 साल की छोटी बच्ची से ऐसा क्या गलती हो सकती है जिससे माँ इतनी ज्यादा क्रूड हो जाए कि उसे 3 साल तक एक ही कमरे में छोड़ दिया. जी हां आपने सही सुना. इंसानों की हैवानियत ही है की एक रशियन मां जिसका नाम अप्रिका रेने हैं,जोकि मॉस्को के टै्रेडर्म की रहने वाली अपनी 6 साल की बेटी को 19 बिल्लियों के साथ एक कमरे में 3 साल तक रखा. उस कमरे में एक भी खिड़की नहीं थी कमरा में हमेशा अंधकार रहता था.
बच्ची ने 3 साल तक उसी कमरे में बिल्लियों के साथ गुजारे. 6 साल की डेट्स को बिल्ली का ही खाना मिलता था. जैसे तैसे वह बच्ची 3 साल तक जिंदा रही. पुलिस को पता लगने पर बच्ची को कमरे से निकाला गया. तब तक वह 6 साल की छोटी बच्ची चलना और बोलना भी भूल गई थी. उसे इंसानों की भाषा समझ नहीं आती थी और बिल्लियों के बुलाने पर ही वह कहीं जाती थी. उसे लगता था उसका नाम किटी है. वह बच्चे बिल्लियों की तरह अपने दोनों हाथ और दोनों पैर पर ही चलती थी. उस छोटी बच्ची की मां उसे देखने तक भी नहीं आती थी. रेने खुद 8 से 10 दिनों में एक बार उस जगह की गंदगी को साफ करने जाती थी.