उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सोमवार शाम को दीपोत्सव का जश्न बड़े पैमाने पर शुरू हो गया. भव्य समारोह के लिए राजसी 'राम की पैड़ी' घाट को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया था. घाट दीपोत्सव समारोह का मुख्य स्थल है.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सोमवार शाम को दीपोत्सव का जश्न बड़े पैमाने पर शुरू हो गया. भव्य समारोह के लिए राजसी 'राम की पैड़ी' घाट को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया था. घाट दीपोत्सव समारोह का मुख्य स्थल है जो बुधवार को दिवाली की पूर्व संध्या पर नौ लाख मिट्टी के दीयों से रोशन होगा. दीपोत्सव लगातार पांचवें वर्ष आयोजित किया जा रहा है और प्रत्येक उत्सव के साथ इसका पैमाना बढ़ता गया है. समारोह की शुरुआत राम कथा पार्क में शिल्प बाजार के उद्घाटन के साथ हुई. उद्घाटन के दिन नागपुर की प्रसिद्ध वटकर बहनों भाग्यश्री और धनश्री ने रामायण के विभिन्न भागों का संगीतमय गायन प्रस्तुत किया.
लखनऊ की ईशा रतन और मीशा रतन ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि प्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा ने अपने भक्ति गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. नेपाल के जनकपुर के कलाकारों की एक मंडली ने रामायण पर प्रस्तुति दी. सभी मंदिरों, यहां तक कि संकरी गलियों और अयोध्या की गलियों में, उत्सव के अवसर के लिए सजाया और रोशन किया गया है. अयोध्या प्रशासन बुधवार को राम की पैड़ी में दीया जलाने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएगा. अयोध्या प्रशासन और उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने दीया जलाने के कार्य के लिए 12,000 स्वयंसेवकों को जुटाया है. अयोध्या में बत्तीस अन्य घाट भी मिट्टी के दीयों से जगमगाएंगे.
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राज्य सरकार पहली बार दीपोत्सव पर एरियल ड्रोन शो का आयोजन कर रही है. लगभग 500 ड्रोन अयोध्या के क्षितिज पर रामायण की विभिन्न विशेषताओं को चित्रित करेंगे. इसके अलावा सरयू नदी के किनारे भव्य राम की पैड़ी पर थ्रीडी होलोग्राफिक शो, थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो भी होगा. 3 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव से पहले अयोध्या में प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. पुलिस अधिकारी और प्रशासन के अधिकारी लगातार मेला स्थल का दौरा कर रहे हैं. इलाके में बैरिकेडिंग भी लगा दी गई है, जबकि पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल निगरानी के लिए किया जा रहा है.
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सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसआईटी कमांडो, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) बल और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है. घटना पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा और घोषणाओं के जरिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मेला स्थल पर कोई अव्यवस्था न हो. अयोध्या को संभावित खतरे को देखते हुए दीप उत्सव स्थल से लेकर सरयू तट के दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी गई है. अयोध्यावासियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए यातायात व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है. इस रूट के लिए डायवर्जन किया जा रहा है.