ये वायरस इंसानो में इंफेक्शन की चपेट में आने वाली चमगादड़ो, सुअरों या फिर दूसरे इंसानो से फैलता है.
covid - 19 के बढ़ते मामलों के बीच केरल में निपाह वायरस से मौत ने चिंता बढ़ा दी है. कोझिकोड़ में जिस 12 साल के लड़के की मौत हुई थी, उसमें निपाह वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. बच्चे में लक्षण नजर आने के बाद सैम्पल पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरललॉजी भेजे गए थे. केंद्र सरकार ने नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल की एक टीम केरल भेज दी है. हालांकि राज्य सरकार ने कहा है कि घबराने कि कोई बात नहीं है, जानकारी के मुताबिक संक्रमित बच्चे के किसी संपर्क में निपाह वायरस के लक्षण नहीं मिले.
कैसे फैलता है निपाह वायरस
ये वायरस इंसानो में इंफेक्शन की चपेट में आने वाली चमगादड़ो, सुअरों या फिर दूसरे इंसानो से फैलता है.
वायरस के लक्षण
3 से 4 दिन तक तेज बुख़ार, सिरदर्द. इंफेक्शन से सांस लेने से जुड़ी गंभीर बीमारी हो सकती है. इंफेक्शन एसफ्लाइटिस से जुड़ा हुआ है, जिस से दिमाग़ को नुकसान होता है. यदि समय पर उपचार न मिले तोह 24 -48 घंटो में मरीज को कोमा में पहुंच सकते है.
वायरस का इलाज
अधिकतर वायरस की तरह इसका भी फ़िलहाल कोई इलाज नहीं है. इंसानो या जानवरों में इस बीमारी को दूर करने के लिए अभी तक कोई इंजेक्शन या टिका नहीं बना है.