अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़कर भागे लोगों में आम लोगों से लेकर वहां सत्ता में बैठे मंत्री तक शामिल हैं.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़कर भागे लोगों में आम लोगों से लेकर वहां सत्ता में बैठे मंत्री तक शामिल हैं. इसी कड़ी में अफगानिस्तान के पूर्व संचार मंत्री सैयद अहमद शाह सादात ने जर्मन शहर लीपज़िग में शरण ली है. यहां सादात पिछले दो महीने से पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय का काम कर रहा है. एक जर्मन अखबार ने भी इस बारे में एक रिपोर्ट छापी है.
फिलहाल इस तस्वीर को देखकर यकीन करना मुश्किल है कि सैयद अहमद शाह सादात, जो कभी सुरक्षाकर्मियों से घिरे हुए थे, 2018 तक अफगान सरकार में मंत्री थे. पिछले साल वह सेवानिवृत्त हुए और जर्मनी चले गए. कुछ दिनों तक उन्होंने यहां अच्छा जीवन बिताया, लेकिन जब पैसे खत्म हो गए, तो समस्याएं शुरू हो गईं. वह अपनी साइकिल पर शहर में घूमते हैं और घर-घर खाना पहुंचाते हैं.
सादात ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से संचार में एमएससी किया है. वह एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर भी हैं. इसके अलावा उन्होंने दुनिया भर के 13 बड़े शहरों में 23 साल तक अलग-अलग तरह के काम किए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व मंत्री का कहना है, 'फिलहाल मैं बेहद सामान्य जिंदगी जी रहा हूं. मैं जर्मनी में सुरक्षित महसूस करता हूं. मैं लीपज़िग में अपने परिवार के साथ खुश हूं. मैं पैसे बचाना चाहता हूं और जर्मन कोर्स करना चाहता हूं और आगे की पढ़ाई करना चाहता हूं.