अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है. जहां उन्होंने विदेशी सैनिकों को 31 अगस्त तक काबुल छोड़ने का आदेश दिया है.
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है. एक तरफ जहां उन्होंने विदेशी सैनिकों को 31 अगस्त तक काबुल छोड़ने का आदेश दिया है. वहीं, सरकार के मंत्रियों की सूची भी तैयार की जा रही है. इस लिस्ट में एक नाम अमेरिका की कैद में बंद खूंखार आतंकी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर का भी है. तालिबान ने मुल्ला को रक्षा मंत्री नियुक्त किया है.
शांति वार्ता के खिलाफ हैं मुल्ला
अल जज़ीरा की रिपोर्ट है कि अमेरिका में छह साल के कैदी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर को अफगानिस्तान का नया रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया है. मुल्ला शांति वार्ता का विरोधी है और एक अनुभवी तालिबान कमांडर है। उन्हें तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का भी करीबी माना जाता था.