आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग फास्ट फूड खाकर अपने कामकाज पर निकल जाते हैं, लेकिन यह अनहेल्दी खाना होता है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग फास्ट फूड खाकर अपने कामकाज पर निकल जाते हैं, लेकिन यह अनहेल्दी खाना होता है। जब तक शरीर को भरपूर मात्रा में पोषण नहीं मिलेगा ऐसे में संपूर्ण विकास नहीं हो पाएगा। वही, इसे देखते हुए आईसीएमआर ने डाइट को लेकर गाइडलाइंस जारी किए हैं। आईसीएमआर की रिपोर्ट में यह बताया है कि, भारत में ज्यादातर बीमारियां गलत खान-पान की वजह से हो रही है। ऐसे मे भारतीयों के लिए खान-पान से जुड़ी कुछ जरूरी बातें शेयर की गई है।
क्या है आईसीएमआर की गाइडलाइंस
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूट्रिशन की तरफ से जरूरी पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए भारतीयों के लिए गाइडलाइंस जारी किया गया है। आजकल ज्यादातर लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं, जोकि शरीर को नुकसान देता है। आईसीएमआर की तरफ से इसके सेवन पर रोक लगाई गई है, आप किसी प्रोटीन पाउडर की जगह प्रोटीन रिच फूड का सेवन कर सकते हैं।
30% फैट है जरूरी
गाइडलाइंस में डाइट को लेकर यह भी कहा गया है की चीनी पांच प्रतिशत से भी कम होनी चाहिए और बैलेंस डाइट के तौर पर अनाज और बाजरा से 45% से भी ज्यादा कैलोरी और दाल, बींस और मीट से 15% की कैलोरी से ज्यादा मिलनी चाहिए। इतना ही नहीं बाकी की बची हुई कैलोरी नट्स, सब्जियों, फलों और दूध जैसी डाइट से मिलने चाहिए।
आहार से जुड़े है दिशानिर्देश
बता दे कि, स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें यह कहा गया है कि नमक का सेवन सीमित रखें तेल और वसा से बचें। इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम करने के साथ चीनी और अल्ट्रा प्रोसैस्ड खाद्य पदार्थों को कम करने की सिफारिश की गई है। वही, इस मामले में आईसीएमआर के महादेव निदेशक डॉ राजीव ने यह कहा है कि, पिछले कुछ समय से भारतीयों की आहार संबंधित आदतों में कई बदलाव देखे गए हैं, जिसका परिणाम रोगों के मामले में काफी बढ़ोतरी हुई है। इस तरह से आहार में सुधार के कुछ प्रयास किए गए हैं, जिससे बीमारियों का निपटारा हो सके।