भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल का कार्यकाल काफी चर्चा में रहा था.
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल का कार्यकाल काफी चर्चा में रहा था.
उनके कार्यकाल का दौर सौरव गांगुली के लिए काफी बुरा रहा था. जिस समय वह भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच थे तब सौरव गांगुली को पहले तो अपनी कप्तानी गंवानी पड़ी थी और फिर उन्हें टीम से बाहर ही कर दिया गया था. वहीं दूसरी तरफ भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना का यह मानना है की कोच ग्रेग चैपल की वजह से ही टीम इंडिया 2011 का वर्ल्ड कप जीत पाई थी.
चैपल ने भारतीय टीम के हेड कोच का पद साल 2008 से 2007 तक संभाला था.
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रैना ने कहा कि चाहे कितने भी विवाद रहे हो लेकिन चैपल के कार्यकाल की वजह से भारत की भविष्य की टीम बन पाई. सुरेश रैना की भारतीय टीम में एंट्री चैपल के कार्यकाल के दौरान ही हुई थी और वह एमएस धोनी की कप्तानी में 2007 का t20 वर्ल्ड कप का हिस्सा और भारतीय टीम की जीत का हिस्सा भी बन पाए. सुरेश रैना एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं जो बल्लेबाजी, बॉलिंग और फील्डिंग तीनों कर पाते हैं. सुरेश रैना ने अपनी ऑटो बायोग्राफी "बिलीव, व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉक मी" में लिखा की भारतीय खिलाड़ियों की नई पीढ़ी को तैयार करने का श्रेय ग्रेग चैपल को जाना चाहिए. ग्रेग चैपल की मेहनत का फल लोगों को बाद में दिखा जब हमने 2011 का वर्ल्ड कप जीता था.
सुरेश रैना ने कहा कि तमाम विवादों के बाद भी अपने कोचिंग करियर में चैपल ने भारतीय टीम को जीतना और जीतने का महत्व सिखाया है.