सूर्य देव को पूरी दुनिया की आत्मा तथा ब्रह्मा का रूप माना जाता है और शास्त्रों में भी सूर्य का बेहद महत्व है.
सूर्य देव को पूरी दुनिया की आत्मा तथा ब्रह्मा का रूप माना जाता है और शास्त्रों में भी सूर्य का बेहद महत्व है. चंद्र मंगल और गुरु गुरु सूर्य देव के मित्र माने जाते है. रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा का विधान है.
देवताओं में बंटा है सप्ताह का दिन
हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता की पूजा के लिए समर्पित होता है. इसी तरह रविवार का दिन भगवान सूर्य देव की पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. लेकिन सूर्य देव की पूजा करने के कुछ नियम और तरीके हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. भगवान सूर्य देव तेज और सकारात्मक शक्ति के देवता हैं और उनकी पूजा करने से व्यक्ति को सुख समृद्धि धन धान्य की प्राप्ति होती है. इसलिए विशेष रूप से रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा अवश्य करनी चाहिए.
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ऐसे करें सूर्य पूजन
रविवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए. नहाने के बाद साफ और हल्के रंग के कपड़े पहनें. फिर सूर्य देव का स्मरण करके व्रत करें. तांबे के बर्तन में लाल फूल, अक्षत, जल, रोली मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें. फिर पूजा की तैयारी करें. घर के मंदिर या पूजा स्थल में किसी खम्भे पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाकर सूर्य देव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें. सूर्य देव की मूर्ति या चित्र पर रोली, अक्षत, सुपारी, फूल और फल चढ़ाएं और धूप का दीपक दिखाएं.