कोरोना महामारी की वजह से पूरा देश अस्त-व्यस्त हो चुका था वही अब कॉविड-19 का नया वेरिएंट लोगों की परेशानी बन गया है, जो तेजी से फैल रहा है।
कोरोना महामारी की वजह से पूरा देश अस्त-व्यस्त हो चुका था वही अब कॉविड-19 का नया वेरिएंट लोगों की परेशानी बन गया है, जो तेजी से फैल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस नए वेरिएंट के आंकड़ों की बात करें तो अभी तक 324 मामले दर्ज किए गए हैं। यह मामला जिस तरह से आगे बढ़ रहा है लोगों के जहन में डर बैठ गया है।
कोरोनावायरस का नया वेरिएंट
कोरोना वायरस के दो नए सब-वेरिएंट KP.2 और KP.1 को 'FLiRT' नाम दिया गया है। 'FLiRT' ओमीक्रॉन के उप-वेरिएंट का एक समूह है और ये दोनों इस समूह में आते हैं। KP.1 और KP.2 को उनके उत्परिवर्तन के तकनीकी नाम के आधार पर वैज्ञानिकों द्वारा 'FLiRT' उपनाम दिया गया है। FLiRT में शामिल KP.2 और KP.1 ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट JN.1 के वंशज हैं, जिसने पिछले साल तबाही मचाई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, COVID-19 का JN.1 और इसके उप-वेरिएंट KP सहित वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय हैं। वैश्विक स्वास्थ्य संगठन ने KP.2 को एक वैरिएंट के रूप में निगरानी में रखा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण भारत में अस्पताल में भर्ती होने वालों और गंभीर मामलों में फिलहाल कोई वृद्धि नहीं हुई है, इसलिए चिंता या घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उत्परिवर्तन तेज़ी से होते रहेंगे क्योंकि SARS-CoV2 जैसे वायरस की प्रकृति यही है।
इन देशों में बढ़े मामले कुछ समय से अमेरिका, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड में कोरोना के इतने मामले बढ़ रहे हैं इसका एकमात्र कारण फ्लर्ट है। इसकी वजह से इन देशों में एक बार फिर से कोविद-19 का खतरा देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं सिंगापुर में कोरोना के मामले बढ़ने का कारण भी कोरोना का नया वेरिएंट ही है। इसके अलावा सरकार की तरफ से स्वास्थ्य सलाह जारी की गई है जिसमें यह कहा गया है की मास्क पहनना जरूरी है।