भारत में सबसे ज्यादा टीबी के मरीज हैं. विश्व के 24 प्रतिशत टीबी के मरीज हमारे देश में हैं. ऐसे में जानिए इसके किन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज.
टीबी बेहद ख़तरनाक बीमारी
आज विश्व क्षय रोग यानि टीबी दिवस है. टीबी का नाम सुनते ही हमलोग बहुत डर जाते हैं. ये बेहद ख़तरनाक और संक्रामक बीमारी है. ये हवा में मौजूद बैक्टीरिया से फैलता है. 24 मार्च को विश्व को जागरुक करने के लिए हर साल वर्ल्ड टीबी डे मनाया जाता है.
जानकार बताते हैं कि सिर्फ फेफड़े ही नहीं शरीर के किसी भी भी अंग से टीबी हो सकती है. अब तक हम ये मानते आए हैं कि ये फेफड़ों से फैलती है, मगर फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूट्रस, मुंह, लीवर, किडनी, गले यानी शरीर के किसी भी अंग में टीबी की बीमारी हो सकती है.
सबसे ज़्यादा मरीज भारत में
WHO के मुताबिक, भारत में 24% टीबी के मरीज हैं. आंकड़ों की बात करें तो साल 2018 में करीब 1 करोड़ लोगों को पूरी दुनिया में टीबी हुआ था, जिसमें से 15 लाख लोगों की मौत हो गई थी.
टीबी के लक्षण
3सप्ताह या इससे अधिक समय तक खांसी रहना
सीने में दर्द महसूस होना
खांसने पर या खांसने के बाद बलगम में खून आना
बहुत अधिक थकान और कमजोरी महसूस होना
अचानक से वजन बहुत अधिक कम हो जाना
भूख न लगना
कंपकंपी महसूस होना और बुखार आना
रात में बहुत अधिक पसीना आना
अगर देखा जाए तो टीबी के कुछ अलग लक्षण हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं.
लिम्फ नोड्स लसीका पर्व में लगातार सूजन रहना
पेट में लगातार दर्द बने रहना
हड्डियों या हड्डियों के जोड़ में दर्द होना
भ्रम और कन्फ्यूजन की स्थिति बनना
नियमित रूप से सिर में दर्द का बने रहना
दौरे पड़ना
सिर्फ फेफड़े ही नहीं किसी भी अंग में हो सकती है टीबी
वैसे तो टीबी की बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव फेफड़ों (Lungs) पर ही पड़ता है लेकिन फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूट्रस, मुंह, लीवर, किडनी, गले यानी शरीर के किसी भी अंग में टीबी की बीमारी हो सकती है. हालांकि टीबी का सबसे कॉमन रूप फेफड़ों में होने वाली टीबी ही है. WHO के अनुसार, दुनियाभर के टीबी मरीजों में से 24% टीबी के पेशंट्स भारत में ही हैं. साल 2018 में करीब 1 करोड़ लोगों को पूरी दुनिया में टीबी हुआ था जिसमें से 15 लाख लोगों की मौत हो गई थी. यही कारण है समय रहते लक्षणों की पहचान करके बीमारी का पता लगाना जरूरी है ताकि लोगों की जान बचायी जा सके.
टीबी के लक्षण
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक जिस मरीज को फेफड़ों में टीबी होती है उसमें ये लक्षण नजर आते हैं.
3 सप्ताह या इससे अधिक समय तक खांसी रहना (Cough)
सीने में दर्द महसूस होना
खांसने पर या खांसने के बाद बलगम में खून आना
बहुत अधिक थकान और कमजोरी महसूस होना
अचानक से वजन बहुत अधिक कम हो जाना
भूख न लगना
कंपकंपी महसूस होना और बुखार आना
रात में बहुत अधिक पसीना आना
शरीर के किसी अन्य हिस्से में अगर टीबी हो जाए तो उसके लक्षण जिस हिस्से में टीबी हुई है उसके आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं. सामान्य लक्षणों की बात करें तो ये संकेत नजर आ सकते हैं.
लिम्फ नोड्स लसीका पर्व में लगातार सूजन रहना
पेट में लगातार दर्द बने रहना
हड्डियों या हड्डियों के जोड़ में दर्द होना
भ्रम और कन्फ्यूजन की स्थिति बनना
नियमित रूप से सिर में दर्द का बने रहना
दौरे पड़ना
टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है
सबसे पहले हमें टीबी के लक्षणों को समझना बेहद ज़रूरी है. विशेषज्ञों की मानें तो अगर हम कुछ सावधानियां बरतें तो हम टीबी से पूरी तरह ठीक हो सकते हैं. हालांकि कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी है.
व्यक्ति की उम्र क्या है
व्यक्ति की सेहत कैसी है
मरीज को एक्टिव टीबी हुई है या लैटेंट (अप्रत्यक्ष टीबी जिसमें लक्षण नहीं दिखते)
टीबी का इलाज आमतौर पर 3 महीने से लेकर 9 महीने तक चलता है. लक्षण चले जाने के बाद भी बेहद जरूरी है कि आप दवा का कोर्स पूरा करें वरना बीमारी के दोबारा उभरने की आशंका रहती है. वर्तमान समय में टीबी एक भयानक बीमारी है, इसे बचने की ज़रूरत है.
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