सपा राष्ट्रीय सचिव ने आगे बताया कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला था. ना ही कोई पूछताछ हुई मेरी. मेरा हर साल इनकम टैक्स फाइनल होता है, कभी कुछ नहीं मिला था.
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव फरवरी के महाने में होने वाला है. ऐसे में छापेमारी हुई सपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय के घर को राजनितिक साजिश बताई जा रही है. इनकम टैक्स विभाग को राजीव राय के घर से मात्र 17 हजार रुपए मिले थे.
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इस कारवाई को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह कारवाई चुनाव से ठीक पहले जानबूझकर की गई है. सपा नेता राजीव राय छापेमारी के लगभग 15 घंटे बाद अपने घर से बाहर निकले और अपने पार्टी के कार्यकरताओं से कहा कि मैं भावुक और अभिभूत हूं, क्योंकि आप सभी इस संकट की घड़ी में सुबह से मेरे समर्थन में खड़े थे. उन्होंने कहा कि न तो मुझपर कोई आपराधिक रिकॅार्ड था न आगे कभी होगा.
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इसके बाद राजीव राय ने बताया कि जो काम दो घंटे में हो जाता है, उसके लिए 15 घंटे लगाए गए. इतना ही नहीं मेरे मां-बाप और रिश्तेदारों को सुबह से बंधक बनाकर रखा गया. मेरी चार से पांच जगहों पर छापे पड़े हैं. अधिकारी तो अपना काम कर रहे थे, उनसे मेरी कोई शिकायत नहीं है.
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सपा राष्ट्रीय सचिव ने आगे बताया कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला था. ना ही कोई पूछताछ हुई मेरी. मेरा हर साल इनकम टैक्स फाइनल होता है, कभी कुछ नहीं मिला था. शनिवार को इनकम टैक्स की टीम ने मैनपुरी के मनोज यादव, लखनऊ के जैनेंद्र यादव और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय के घर छापा मारा था. इस बात की सूचना मिलते ही सपा कार्यकर्ता राजीव राय के घर पहुंच गए थे. फिर सभी ने मिलकर नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षाबलों को उनके घर के पास तैनात किया गया था.