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सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम को लेकर सस्पेंश बना हुआ था. सपा ने आज मैनपुरी सीट से उपचुनाव लड़ने के लिए डिंपल यादव के नाम की घोषणा कर दी है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी की और पूर्व सांसद डिंपल यादव चुनाव लड़ेंगी. मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का कई दशक से कब्जा है. काफी चर्चाएं थीं कि इस उप चुनाव में अखिलेश यादव अपने भतीजे तेज प्रताप यादव को उतार सकते हैं. मगर मुलायम की विरासत को अब डिंपल यादव संभालेंगी.
बीजेपी की दांव पर टिकी सबकी नजर
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में वैसे तो मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है. अब जबकि सपा ने डिंपल यादव को उम्मीदवार बना दिया है तो सबकी निगाहें बीजेपी की घोषणा की तरफ हैं. कयास बाजी तो मुलायम सिंह यादव की दूसरी बहू अपर्णा यादव को लेकर भी लगाई जा रही है. मगर बीजेपी की तरफ से इस सीट पर कई नामों की चर्चा चल रही है. इसमें पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य, के अलावा विधायक पटिलायाली ममतेश शाक्य के नाम की चर्चा है. इसके अलावा पूर्व उम्मीदवार तृप्ति शाक्य और प्रेम सिंह शाक्य जैसे नाम भी शामिल हैं.
OP राजभर ने उतारा उम्मीदवार
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में ओम प्रकाश राजभर ने भी अपना उम्मीदवार दे दिया है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने यहां से रमाकांत कश्यप को उम्मीदवार बनाया है.
मैनपूरी सीट पर सपा का दशकों से कब्जा
मैनपुरी सीट के नाम का जिक्र आते ही यादव परिवार का जिक्र लाजिमी है. 1996 में मुलायम सिंह यादव इसी सीट से लोकसभा पहुंचे थे. इसके बाद 1998 और 1999 का चुनाव सपा टिकट पर बलराम यादव ने जीता था. 2004 में मुलायम सिंह यादव एक बार फिर जीते, लेकिन कुछ दिन बाद ही मुख्यमंत्री बनने के कारण मुलायम सिंह यादव ने सीट छोड़ दी. इसके बाद हुए उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव जीते थे. 2009 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव फिर जीते. इसके बाद 2014 का लोकसभा चुनाव मुलायम सिंह यादव ने दो सीटों (मैनपुरी और आजमगढ़) लड़ा और दोनों पर जीत हासिल की. फिर मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट छोड़ दी, जिस पर हुए उपचुनाव में तेज प्रताप जीते थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में मुलायम फिर मैनपुरी सीट से जीते थे.
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