कर्मचारी ने बताया कि, मिड डे मील का खाने के बाद बच्चों की तबीयत खराब हो गई और वे सब उल्टी करने लगे. आनन फानन में हम लोगों ने उन्हें रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में मिड डे मील में सांप के मिलने से हडकंप मच गया. अधिकारियों ने बताया कि जहर वाला भोजन खाकर बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मामले में बच्चों के पैरेंट्स ने स्कूल के सामने प्रदर्शन किया. पुलिस के मुताबिक, बच्चों के घरवालों ने स्कूल के प्रधानाध्यापक का घेराव कर उनकी गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
30 बच्चे खाना खाने के बाद हुए बीमार
अधिकारियों के मुताबिक, बीरभूम जिले के मयूरेश्वर प्रखंड के प्राइमरी स्कूल में 30 बच्चे मीड डे मिल का खाना खाने के बाद बीमार पड़ गए. इसके बाद तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्कूल में मिड डे मील तैयार करने वाले कर्मचारी ने बताया कि दाल से भरे एक कंटेनर में सांप था.
मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती
कर्मचारी ने बताया कि, मिड डे मील का खाने के बाद बच्चों की तबीयत खराब हो गई और वे सब उल्टी करने लगे. आनन फानन में हम लोगों ने उन्हें रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया.
गांव के लोगों ने की शिकायत
प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपांजन जाना ने कहा कि गांव के कुछ लोगों ने मिड डे मील के भोजन को खाने की वजह से बच्चों के बीमार पड़ने की शिकायत की है. उन्होंने कहा कि ‘मैंने प्राइमरी स्कूल के डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर को सूचित कर दिया है, वो 10 जनवरी को आएंगे.’अधिकारी ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में सिर्फ एक बच्चा अस्पताल में भर्ती है. बाकी बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. वह खतरे से बाहर हैं.
बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार ने जनवरी से अप्रैल तक मिड डे मील में चिकन और मौसमी फल को शामिल करने का ऐलान किया था, इसके लिए 371 करोड़ रुपये आवंटित भी किए गए थे. सरकार के अधिसूचना के मुताबिक, प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत फिलहाल मिड डे मील में चावल, आलू, सोयाबीन और अंडे दिए जा रहे थे. अब इनमें चार महीने तक हर सप्ताह चिकन और मौसमी फल शामिल किए जाने की घोषणा की गई थी.