फास्ट फूड को ज्यादा महत्व दिया जाने लगा है. यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. बच्चों से लेकर बड़े तक मार्केट में मिलने वाले पैक्ड ड्रिंक, फूड, जूस आदि पसंद करते हैं. इन फूड्स में अधिक मात्रा में कृत्रिम शुगर होती है. इनका सेवन करन
आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड को ज्यादा महत्व दिया जाने लगा है. यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. बच्चों से लेकर बड़े तक मार्केट में मिलने वाले पैक्ड ड्रिंक, फूड, जूस आदि पसंद करते हैं. इन फूड्स में अधिक मात्रा में कृत्रिम शुगर होती है. इनका सेवन करने से यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है.
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सफेद चीनी की बजाय शुगर फ्री का प्रयोग
जमाना बहुत आगे निकल चुका है. जहां पहले मिठास के लिए गुड़ का उपयोग किया जाता था वहीं अब सफेद चीनी, कृत्रिम मिठास और शुगर फ्री का प्रयोग किया जाता है. जो लोग स्वास्थ्य के प्रति सचेत होते हैं वह सफेद चीनी की बजाय शुगर फ्री और उससे बने प्रोडक्ट की ओर अग्रसर हो जाते है. आपको बता दें कि, एक चम्मच सफेद चीनी में लगभग 18 कैलोरी होती है और वहीं शुगर फ्री में 0 कैलोरी होती है. हो सकता है शुगर फ्री में कैलोरी न हो, लेकिन वह कई तरह से शरीर को नुकसान पहुंचाती है.
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शुगर फ्री प्रोडक्ट में कृत्रिम मिठास मिलाई जाती है
मिलावटी चीजों का जमाना है. ऐसे में मार्केट में मिलने वाले शुगर फ्री प्रोडक्ट में कृत्रिम मिठास मिलाई जाती है, जोकि रासायनिक रूप से निर्मित अणु के रूप में होती है. सूत्रों के अनुसार, डाइट सोडा में भी शुगर फ्री मिली होती है. डाइट सोडा से मोटापा, डायबिटीज और हार्ट संबंधित बीमारियां हो सकती हैं. जो लोग वजन कम करने के लिए डाइट सोडा और ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, उनमें चीनी की मिलावट होती है और वह पतला करने के बजाय वजन बढ़ा सकती है और उनके कई नुकसान भी हो सकती हैं.