राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू सर्दी के मौसम में अपना विशेष महत्व रखता है, लेकिन इस बार सर्दी समय से पहले है.
राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू सर्दी के मौसम में अपना विशेष महत्व रखता है, लेकिन इस बार सर्दी समय से पहले है. जबकि इस दौरान सर्दी ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस साल की पहली कड़ाके की सर्दी बुधवार को देखने को मिली. जहां थर्मामीटर का पारा न्यूनतम जमाव बिंदु के करीब 1.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया.
24.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड
जबकि अधिकतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. हालांकि 2 दिन पहले न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, लेकिन बुधवार को हिमालय से चल रही ठंडी हवा के कारण पोलो ग्राउंड सहित मैदानी इलाकों की घास पर ओस की बूंदें बर्फ में बदल गईं.
शहरवासी ठंड से कांपते नजर आए
ऐसे में नजारा ऐसा था मानो मैदान पर सफेद चादर चढ़ा दी गई हो. माउंट आबू घूमने आए पर्यटक और शहरवासी भी सुबह-सुबह ठंड से कांपते नजर आए, वहीं लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आए, वहीं लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए.
कड़ाके की सर्दी
इससे पहले 2010 में नवंबर के अंतिम सप्ताह में एक सप्ताह तक न्यूनतम तापमान 2 डिग्री से नीचे रहा था. जबकि माउंट आबू में मुख्य रूप से पिछले 12 सालों से 15 दिसंबर के बाद ही कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में 1-2 डिग्री की गिरावट आ सकती है. ऐसे में पारा कहीं-कहीं जमाव बिंदु के करीब भी पहुंच सकता है.