राहुल गांधी बीते कुछ दिन पहले भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने सावरकर पर टिप्पणी कर दी थी. राहुल के इस बयान के बाद सियासत शुरु हो गई थी.
कांग्रेस और शिवसेना(उद्धव गुट) के बीच रिश्ते में आई खटास समाप्त होती नजर आ रही है. राहुल गाधी की ओर से वीडी सावरकर पर दिए बयान को लेकर दोनों पार्टीयों के बीच विघटन तक की चर्चा होने लगी थी. हालांकि राहुल गांधी की एक फोन कॉल ने इस रिश्ते में आई खटास को मिटा दिया है. राहुल गांधी ने संजय राउत को कॉल कर उनका हालचाल लिया. राउत ने इस बात की जानकारी खुद ट्ववीट की है.
उद्धव गुट के सिनियर नेता संजय राउत ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त होने के बावजूद भी राहुल गांधी ने रविवार को फोन कर मेरा हाल चाल जाना. उन्होंने कहा कि हम आपकी सेहत को लेकर चिंतित थे और अब दोबारा साथ में मिलकर काम करेंगे. राउत ने आगे लिखा है कि राहुल गांधी ऐसे शख्स हैं जो विचारधारा और राजनीतिक मतभेदों के बावजूद दोस्त के तौर जुड़े रहते हैं. भाजपा में भी मेरे दोस्त हैं मगर जब मैं जेल में था तो वे सब बहुत खुश थे. यह तो मुगलकाल की राजनीति है.
राहुल के बयान से नाराज थे राउत
दरअसल, राहुल गांधी बीते कुछ दिन पहले भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने सावरकर पर टिप्पणी कर दी थी. राहुल ने कहा था कि, सावरक ने अंग्रेजों की मदद की थी और भय के चलते माफी नामा लिखा था. राहुल के इस बयान के बाद सियासत गरमा गई थी. इस पर राउत ने रविवार को कहा था कि राहुल के बयान ने भारत जोड़ो यात्रा के कारण पैदा हुई सकारात्मक उर्जा पर पानी फेर दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लोगों की भावनाओं को छूने वाले मुद्दे क्यों उठा रहे हैं और भाजपा को ध्यान भटकाने का मौका दे रहे हैं.
राउत ने राहुल पर किया था पलटवार
जानकारी के लिए बता दें की संजय राउत धनशोधन मामले में हाल ही में जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने कहा "मैने तीन महीने जेल में बिताए. कई स्वतंत्रता सेनानियों को मुंबई में आर्थर रोड जेल में बंद किया गया था. वहां एक स्मारक है एक आम कैदी के रुप में जेल में एक दिन बिताना मुश्किल है. "