सलमान खुर्शीद ने की भगवान राम से राहुल गांधी की तुलना, नरोत्तम मिश्रा ने कहा- चटुकारिता की पराकाष्ठा..!

सोमवार को मुरादाबाद में सलमान खुर्शीद ने कहा था, 'वो(राहुल गांधी) अलौकिक हैं. हम ठंड में ठिठुर रहे हैं और जैकेट पहन रहे हैं, वह टी-शर्ट पहनकर(भारत जोड़ो यात्रा के लिए) निकल रहे हैं. वह एक योगी की तरह तपस्या कर रहे हैं...

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कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद के एक बयान पर विवाद बढ़ गया है. दरअसल सलमान खुर्शीद की तुलना भगवान राम से कर दिया है. सलमान खुर्शीद के बयान पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है. उन्होंने खुर्शीद के बयान को चाटुकारिता की पराकाष्ठा बताया. 

मिश्रा ने पटवार करते हुए कहा, ‘खुर्शीद जी नर की तुलना नारायण से करना कोई भी उचित नहीं मानेगा. यह चाटुकारिता की पराकाष्ठा है. लेकिन इस चाटुकारिता से आप दूसरों की भावना को आहत कर रहे हैं. कहां दस जनपथ का रहने वाले राहुल जी और कहां अपने पिता के आदेश के पर 14 वर्ष तक वन वन घूमने वाले राम जी, कहां वानर और भालुओं कि सेना को लेकर लंका को नेस्तनाबूद करने वाले भगवान राम जी और कहां सरहद पर जान हथेली पर लेकर लड़ती भारतीय सेना का अपमान करने वाले राहुल गांधी. दोनों के बीच क्या तुलना.’

क्या कहा था खुर्शीद ने?

बता दें सोमवार को मुरादाबाद में सलमान खुर्शीद ने कहा था, 'वो(राहुल गांधी) अलौकिक हैं. हम ठंड में ठिठुर रहे हैं और जैकेट पहन रहे हैं, वह टी-शर्ट पहनकर(भारत जोड़ो यात्रा के लिए) निकल रहे हैं. वह एक योगी की तरह तपस्या कर रहे हैं.... भगवान राम की 'खड़ाऊ' बहुत दूर तक जाती हैं. कभी-कभी खड़ाऊ लेकर भी चलना पड़ता है. हमेशा राम नहीं पहुंच पाते हैं तो भरत उनकी खड़ाऊ लेकर चलते हैं. हम भी  खड़ाऊ लेकर उत्तर प्रदेश में चले हैं. उत्तर प्रदेश में खड़ाऊ पहुंच गई हैं तो राम जी भी पहुंचेंगे, ये हमारा विश्वास है.'

 खुर्शीद ने दी सफाई 

कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने सफाई देते हुए कहा, 'जब मैं किसी की तारीफ करता हूं, भगवान राम की तारीफ करता हूं तो वो कहते हैं कि आप भगवान राम का अपमान कर रहा हूं, भगवान राम का अपमान तो वो बहस करके करते हैं. भगवान राम को विवादित न करें, भगवान राम सबके हैं. सलमान खुर्शीद ने आगे बोला कि उर्दू शायरों ने भी कहा है कि भगवान राम 'इमाम ए हिंद है', तो उनको बुरा कहिए, मुझे बुरा कहने से पहले उन्हें बुरा कहिए. नागपुर से पूछ कर हम अपनी शब्दावली नहीं बदलेंगे. नागपुर इस देश का संचालन नहीं कर सकता, नागपुर जो करना चाहता है वो अपनी सीमा में करे लेकिन वो इस देश का संचालन हमसे कहकर न कराए कि आप देश को ऐसे संचालित होने दें.' 




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