कर्तव्य पथ का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम अतीत को छोड़कर कल की तस्वीर को नए रंगों से भर रहे हैं. आज हर जगह जो नया प्रभामंडल दिखाई दे रहा है, वह न्यू इंडिया के विश्वास का आभामंडल है. गुलामी का प्रतीक किंग्सवे आज से इतिहास का विषय बन गया है. कर्तव्य पथ के रूप में आज एक नया इतिहास रचा गया है. मैं सभी देशवासियों को आजादी के इस अमृत काल में गुलामी की एक और पहचान से आजादी के लिए बधाई देता हूं.
भारत के जीवन की स्थापना
मोदी ने कहा कि आज हमारे राष्ट्रीय नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक विशाल प्रतिमा भी इंडिया गेट के पास स्थापित की गई है. गुलामी के समय ब्रिटिश राज के प्रतिनिधि की मूर्ति थी, आज देश ने भी नेताजी की प्रतिमा को उसी स्थान पर स्थापित कर आधुनिक और मजबूत भारत के जीवन की स्थापना की है वास्तव में यह अवसर ऐतिहासिक है यह अवसर अभूतपूर्व है. हम सभी भाग्यशाली हैं कि हम आज यह दिन देख रहे है इसका साक्षी है. सुभाष चंद्र बोस ऐसे महान व्यक्ति थे जो पद और संसाधनों की चुनौती से परे थे. उनकी स्वीकार्यता ऐसी थी कि पूरी दुनिया उन्हें नेता मानती थी. उनमें साहस और स्वाभिमान था. उनके पास एक विचार था, एक दृष्टि थी उनमें नेतृत्व क्षमता थी.
पीएम ने कहा कि नेताजी कहा करते थे- भारत ऐसा देश नहीं है जो अपने गौरवशाली इतिहास को भूल जाए. भारत का गौरवशाली इतिहास हर भारतीय के खून में है. उसकी परंपराओं में। नेताजी को भारत की विरासत पर गर्व था और वे जल्द से जल्द देश का आधुनिकीकरण करना चाहते थे. अगर आजादी के बाद हमारा भारत सुभाष बाबू के बताए रास्ते पर चलता तो आज देश कितनी ऊंचाईयों पर पहुंचता.