अब एक बार फिर भारतीय वायुसेना के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर हवाई पट्टी तैयार करने का काम किया जा रहा है.
अब एक बार फिर भारतीय वायुसेना के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर हवाई पट्टी तैयार करने का काम किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के बाद अब राजस्थान राज्य में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड सेक्शन बनाया गया है. यमुना एक्सप्रेसवे के बाद राजस्थान में बाड़मेर के दक्षिण में गंधव-बख्सार खंड (एनएच-925) पर विमान की आपात लैंडिंग के लिए साढ़े तीन किलोमीटर लंबा खंड तैयार किया गया है, जहां सिर्फ भारतीय वायुसेना के विमान ही उतर सकते हैं.
इस बीच अब तक दिल्ली से सटे यूपी में यमुना एक्सप्रेस-वे पर विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराने की व्यवस्था की गई थी. लेकिन अब केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी इसकी व्यवस्था के लिए एक नया खंड तैयार किया है. इस स्ट्रेच को तैयार करने में करीब 16 महीने का समय लगा है, जिस पर कुल खर्च 765.52 करोड़ रुपए आ गया है. यमुना एक्सप्रेस-वे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना इस तरह का इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड स्ट्रेच अपने आप में अनूठा माना जाता है.
जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के विमान की आपात लैंडिंग के लिए राजस्थान में बाड़मेर के दक्षिण में गंधव-बख्सार खंड (एनएच-925) पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपात लैंडिंग फील्ड तैयार की गई है, जहां विमान को उतारा जा सके. आपातकाल की. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कल 9 सितंबर को इस इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा, वह 9 सितंबर को राजस्थान के बाड़मेर के दक्षिण में गंधव-बख्सार खंड पर आपातकालीन लैंडिंग फील्ड में वैमानिकी गतिविधियों का निरीक्षण करेंगे.