राजस्थान के जालोर जिले में एक मंदिर के पुजारी ने एक दलित दूल्हा-दुल्हन को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया और उनके साथ बदसलूकी की. जब दूल्हे और उसके परिवार ने इसका विरोध किया तो उनका पुजारी पक्ष से विवाद हो गया.
राजस्थान के जालोर जिले में एक मंदिर के पुजारी ने एक दलित दूल्हा-दुल्हन को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया और उनके साथ बदसलूकी की. मामला भद्राजुना के नीलकंठ महादेव मंदिर का है. इस पूरी घटना के. जब दूल्हे और उसके परिवार ने इसका विरोध किया तो उनका पुजारी पक्ष से विवाद हो गया. दूल्हे का आरोप है कि पुजारी ने उसे मंदिर में प्रवेश करने और पूजा-अर्चना करने से रोका. पुजारी वेला भारती ने उन्हें अपना सिर झुकाने के लिए कहा क्योंकि यह उनके लिए पूजा का स्थान था. पीड़िता के दूल्हे के दूल्हे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
साथ में आई औरतें जोड़ती रहीं हाथ
इस पूरे विवाद के दौरान दूल्हा-दुल्हन के साथ गई महिलाएं मंदिर में पुजारी से हाथ मिलाती रहीं. महिलाओं ने पुजारी से हाथ मिलाया और अपने साथ आए लोगों को शांत करने की कोशिश की. मंदिर से बाहर आने के बाद गांव के लोगों से बातचीत के दौरान भी महिलाएं हाथ जोड़कर मिन्नत करती रहीं.
एसपी ने दिया केस दर्ज करने के निर्देश
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने कार्रवाई करते हुए भाद्रजून थाना प्रभारी को पुजारी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया. दूल्हे ने बताया कि 21 अप्रैल को वह बारात लेकर अहोर गांव पहुंचा था. गुरुवार को फेरे लेने के बाद शुक्रवार को विदाई होनी थी. लेकिन राजस्थानी परंपरा के अनुसार विदाई से पहले दूल्हा-दुल्हन को मंदिर में नारियल की पूजा और चढ़ावा करना होता था.