राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने महंगाई, रोजगार, कोरोना महामारी को लेकर सरकार का पक्ष लिया.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने महंगाई, रोजगार, कोरोना महामारी को लेकर सरकार का पक्ष लिया. इसके साथ ही उन्होंने अपने ही अंदाज में कांग्रेस पर जमकर हमला भी किया. उन्होंने राज्यसभा में कहा कि महात्मा गांधी के अनुसार अगर कांग्रेस नहीं होती तो आपातकाल का कलंक नहीं होता, सिखों का नरसंहार नहीं होता, लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता. भारत में लोकतंत्र और बहस सदियों से चली आ रही है और कांग्रेस की समस्या यह है कि उन्होंने परिवारवाद के आगे कुछ नहीं सोचा.
पीएम मोदी ने कहा, भारत के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा पारिवारिक पार्टियों से है. इसमें सबसे पहला नुकसान है कैजुअल्टी टेलेंट. उन्होंने कहा कि संसद में बताया गया कि कांग्रेस न होती तो क्या होता, मैं जवाब देता हूं. यह महात्मा गांधी की इच्छा थी. उनकी इच्छा के अनुसार कांग्रेस न होती तो आज लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता. पंजाब सालों तक आतंकवाद की आग में नहीं जलता, कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना नहीं पड़ता. कांग्रेस न होती तो बेटियों को तंदूर में फेंकने की घटना नहीं होती.
कोरोना काल में 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में 80 करोड़ से अधिक देशवासियों के लिए इतनी लंबी अवधि के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई, ताकि कभी ऐसी स्थिति न आए कि उनके घर का चूल्हा न जले. भारत ने यह काम कर दुनिया के सामने एक मिसाल कायम की है. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के दौरान 5 करोड़ ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं.
रोजगार को लेकर पीएम ने ये कहा
रोजगार की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि साल 2021 में एक करोड़ 20 लाख लोग ईपीएफओ से जुड़े हैं, ये सभी औपचारिक नौकरियां हैं. इनमें से 65 लाख 18-25 साल के आयु वर्ग के हैं. मतलब इन लोगों का यह पहला काम है. कोविड पाबंदियां खुलने के बाद हायरिंग दोगुनी हो गई है.