कर्नाटक में जानवरों के साथ बर्बरता का एक और मामला सामने आया है.
कर्नाटक में हाल ही में करीब 150 बंदरों को मारने की घटना के बाद जोरदार हंगामा हुआ था. विवाद पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था कि अब कुत्तों को जहर देकर मारने का मामला सामने आया है। शिवामोगा में 100 से ज्यादा कुत्तों को जहर देकर पहले मारा गया और फिर बाद दफना दिया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ तो जिंदा कुत्तों को भी दफना दिया गया है. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही ग्राम पंचायत के एक अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज किया हैं.
जानकारी के अनुसार, भद्रावती तालुका के तीन गांवों से 150 से अधिक कुत्तों को पकड़ा गया और इसके बाद उन्हें जिंदा दफना दिया गया.आवारा कुत्तों को जिंदा दफनायालेकिन नियम के अनुसार, गली के कुत्तों को पकड़ कर उनकी नसबंदी की जानी चाहिए और फिर उन्हें छोड़ दिया जाना चाहिए. लेकिन शिमोगा में ऐसा करने के बजाय कुत्तों को जिंदा दफन कर दिया गया.जंगल के आसपास रहने वाले लोगों ने जब कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनी तो वे मौके पर पहुंच गए और उन्होंने देखा कि कुत्तों को जिंदा दफनाया जा रहा है.आवारा कुत्तों को पकड़ने से पहले ग्राम पंचायत में निर्णय लिया जाता है. लेकिन यहां किसी नियम का पालन नहीं किया गया. ग्राम पंचायत के मौखिक आदेश से मैसूर की टीम को आवारा कुत्तों को पकड़ने की अनुमति दी गई थी.
पहले कुत्तों को कहीं और छोड़ दिया जाता था, लेकिन इस बार टीम ने गली के आवारा कुत्तों को पकड़कर जंगल में जिंदा दफना दिया.इस घटना की जानकारी मिलने पर पशु अधिकार संगठन के सदस्य मौके पर जाकर ग्रामीणों की सूचना का सत्यापन किया. फिर भद्रावती ग्रामीण थाने में मामला दर्ज कराया